मेदिनीनगर। झारखंड राज्य के 15 लाख गरीब परिवारों को राशन कार्ड से जोड़ा गया है ।और तीन लाख65 हजार लोगों को राशन कार्ड से जोड़ने का लक्ष्य विभाग रखा है ।उक्त बातें खाद आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव पलामू दौरा के क्रम में परिसदन भवन में प्रेस वार्ता के दौरान कही। वे रामगढ़ प्रखंड में कांग्रेसी कार्यकर्ता गणेश भुइयां के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में भाग लेने के बाद परिसदन भवन में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा मेरा विभाग योजनाबद्ध तरीके से राज्य की जनता के लिए कार्य कर रही है। लेकिन मुझे अन्य विभागों की पूरी तरह जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि लोहरदगा के उपायुक्त 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को पेंशन योजना से जोड़ने के लिए गांव-गांव अस्तर पर कैंप लगाकर पेंशन धारियों को खोज रहे हैं। लेकिन राज्य के अन्य जिलों के उपायुक्त इस मामले में क्या कर रहे हैं, मुझे पता नहीं है ।एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाषा को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। इसमें संशोधन के लिए सरकार विचार कर रही है। इस मामले में राज्य सरकार कुछ निर्णय ली है। राज्य की जनता के प्रति सरकार संवेदनशील है। हिंदी भाषा के बाद मेरे जनकारी में दूसरी सबसे बड़ी भाषा बंगाली भाषा है । जो झारखंड के विभिन्न जिलों में बोली जाती है ।जिसकी प्राथमिकता सरकारी नौकरी नियुक्ति में दी गई है। श्री उरांव ने कहा कि राज्य का गठन किस लिए हुआ था उसे वर्तमान सरकार पूरा कर रही है ।स्थानीय लोगों को सरकारी नौकरी में लाभ मिले इसे लेकर भाषा का चयन किया गया। जो भाषा राज्य में नहीं बोली जाती है उसका सरकार नियुक्ति प्रक्रिया से दूर की है ।उन्होंने लातेहार जिला में नक्सली एवं पुलिस के बीच हुए मुठभेड़ में शहीद पुलिस पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि नक्सल उन्मूलन के प्रति सरकार काफी गंभीर है ।इसकी पूर्ण आवृत्ति राज्य में ना हो इसके लिए पुलिस को अलर्ट किया गया है। राज्य के नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सलियों के सफाया के लिए सरकार अभियान चला रखी है राज्य सरकार यह कोशिश कर रही है कि वैसे जिलों में बेरोजगारी को दूर कर लोगों को रोजगार मुहैया कराएं ।ताकि गांव के लोग गलत धारा से ना जोड़ें इसे लेकर सरकार कोशिश कर रही है। इस मौके पर दीनानाथ तिवारी ,लक्ष्मी तिवारी ,रामाशीष पांडे ,मिथिलेश सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।