मेदिनीनगर: कैथोलिक कैलेसिया के वर्ष में दो सबसे महत्वपूर्ण पर्व होता है जिसमें क्रिसमस व पास्वा है। प्रभु यिशु के जन्म मनाते हैं जो एक सप्ताह तक ईसाईयों के लिए महत्वपूर्ण होता है।उक्त बातें रांची महाधर्म प्रांत के सहायक विशप सह डालटनगंज धर्म प्रांत प्रेरितिक प्रशासक थेयोदर मसकर्नस ने डालटनगंज चर्च में प्रेस वार्ता के दौरान कही।उन्होंने कहा कि खजूर पर्व रविवार से शुरूआत कर प्रभु यिशु एरूसलम की ओर जाते हैं।वे एक महान राजा हैं लेकिन सेवा करनेवाले राजा हैं।उन्होंने कहा कि तेल तीन प्रकार के होते हैं बकतीसमा, पुरोहित अभिषेक तेल व बीमारों का तेल,तीनों को मिलाकर बिशप आशीर्वाद देते हैं।पुरोहित अपने चर्चों में ले जाते हैं।उन्होंने कहा कि प्रभु यिशु ने मानव को सेवा का मार्ग दिया है।गरीबों की सेवा करना कैलेसिया का धर्म है। सामाजिक काम में प्रभु सेवा करनेवाला राजा हैं।वे अपने प्राण को त्यागकर सेवा प्रदान किया है। प्रभु समाज में अच्छे चीजो को फैलाने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु के पुनरूथान का दिन होता है।आग पर आशीष, नया पानी पर आशीष एवं नई रौशनी से नये जीवन की शुरूआत ईस्टर संडे से होता है। प्रेस वार्ता में फादर प्रदीप बाखला, सुमन मिंज शामिल थे।