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पतरातू में आजादी के 75 में अमृत महोत्सव के मौके पर अमृत मिलन समारोह का आयोजन

पतरातु(,रामगढ़)। आज 14 अगस्त को स्वय सेवी संस्था सानिध्य के तत्वाधान में पंच मंदिर पंचायत भवन में आजादी के 75वे अमृत महोत्सव के उपलक्ष पर 75 वर्ष और उसके ऊपर के लोगों को एकत्र कर अमृत मिलन समारोह किया गया।

इस समारोह की अध्यक्षता किशोर कुमार महतो, मुखिया कटिया पंचायत तथा कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव अमित कुमार ने किया। अमृत मिलन समारोह कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संस्था के द्वारा 75 वर्ष के लोगों को एक जगह इकट्ठा कर उनके जीवन की रोचक कुछ बातों को जानना तथा उनके जीवन काल में होने वाली कुछ ऐसी बातें जो युवाओं को सीख दे।

उन पर आपस में चर्चा परिचर्चा करना था। लोगों को यह संदेश भी देना था कि हमें अपने बुजुर्गों को सम्मान देना है। तब हमारा आजादी के अमृत महोत्सव का उद्देश्य पूरा होगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व क्षेत्रीय संघचालक सिद्धनाथ सिंह थे।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में यूनियन नेता निरंजन लाल थे।सबसे पहले मुख्य अतिथियों को सम्मानित किया गया। उसके बाद मुख्य अतिथियों ने आए हुए सभी 75 वर्ष के उम्र के सभी लोगो को गमछा और तिरंगा झंडा देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने अपनी अपनी बातें रखें पीटीपीएस हाई स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक हेंब्रम तिर्की सर ने कहा कि हमें अपने जीवन से ऐसी बातें सीखनी चाहिए कि को गिरता है वही उठता है।


पूर्व नेता निरंजन लाल ने कहा कि हमें पारिस्थितिकी की तरह होना चाहिए, जीवन में जैसी परिस्थिति हो वैसे हमें अपने आप को ढाल लेना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि आज पतरातु के लोग आजादी के अमृत महोत्सव पर पतरातू का नाम पूरे क्षेत्र में रोशन कर रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है।

पूर्व संघचालक श्री सिद्धनाथ सिंह ने कहा कि हमें सर्वप्रथम समाज बनाने की आवश्यकता है।जब तक हम एक अच्छे समाज का निर्माण नहीं करेंगे तब तक हम अच्छा जीवन यापन नहीं कर सकते हैं।

उसके उपरांत उन्होंने कहा कि हमें समय की पहचान करनी चाहिए क्योंकि समय बहुत ही मूल्यवान होता है क्योंकि जाने वाला समय फिर वापस नहीं आता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें जो आजादी मिली है। वह आजादी बहुत त्याग के बाद मिली है। उस त्याग करने वालों को तथा उस त्याग को हमें हर पल याद रखना है, और जीवन संघर्ष का है हमेशा संघर्षरत रहना है। हमें यह भी याद रखना है कि सीखने की उम्र नहीं होती है हम हमेशा सीख सकते हैं और हम किसी से भी सीख सकते हैं।

आज आजादी के 75वे अमृत महोत्सव पर हमें देश के स्वतंत्रता सेनानियों से यह सीखने की आवश्यकता है। उन्होंने अपना घरबार त्याग कर हमारे लिए कुछ दे कर के गए हैं।उस मूल्यवान आजादी को हमें संजो कर रखना है।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से भगवतीचरण महाराज, विष्णुदेव प्रसाद, चरित्र प्रसाद, राम जी पांडे, भरत सिंह, गुप्तेश्वर सिंह, जगत नारायण सिंह, राम भवन शर्मा, तथा कई 75 वर्ष के अभिभावक मौजूद थे।

कार्यक्रम को मुख्य रूप से सफल बनाने में राकेश महाराज, राजीव पाठक, अनिल कुमार सिंह संजय सिंह, राजू कुमार, नंदकिशोर महतो, राकेश दुबे, रंजीत तिवारी, रविंद्र कुमार, रवि कुमार, का योगदान रहा।