इमारतों और अवैध बेसमेंट पर कार्रवाई की मांग की
रामगढ़ : पूर्व विधायक ने छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी को चौथा और अंतिम पत्र दिया है। इसकी जानकारी पूर्व विधायक ने बृहस्पतिवार को डेली मार्केट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। पत्र छावनी परिषद क्षेत्र के इमारतों और अवैध बेसमेंट पर कार्रवाई के संबंध में लिखा गया है। पत्र में पूर्व विधायक ने कहा है कि
बड़े ही खेद के साथ लिखना पड़ रहा है कि अपनी घोषणा के अनुसार एवं अन्तिम पत्र लिख रहा हूँ। न तो पूर्व के किसी पत्र का ही आपने ज दिया और न ही किसी प्रकार की आपने इमारतों एवं बेसमेन्ट वालों पर कार्यवाही की। आपने 50 लाख रूपये की रिश्वत ले ली है, इसलिये कार्यवाही करने में झिझक रहे हैं। अब भी समय है यदि थोड़ी भी नैतिकता आपने बची है तो घूस की पूरी रकम वापस करके भी कार्यवाही कर सकते हैं।
सीईओ को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक कहा कि जब छावनी परिषद नक्शा पास करता है तो बेसमेन्ट में पार्किंग पास करता है या दुकान? यहां के सभी मॉल में पार्किंग की जगह पर खुलेआम दुकानें चल रही है। छावनी परिषद में अमीरों के लिए अलग और गरीबों के लिए अलग कानून है। छावनी परिषद के अध्यक्ष आर्मी के अधिकारी होते हैं। आपको उनका ख्याल रखना चाहिए। इसके पूर्व कई इमारतों के बेसमेंट में चल रही अवैध दुकानों की सूची दी गई। कुल 10 इमारतों की बेसमेंट में दुकाने, होटल, बैंक और अस्पताल आदि चलाया जा रहा है। यह आपको दिखाई नहीं पड़ रहा है और न ही आप कार्रवाई कर रहे हैं।
आगे पत्र में लिखा है कि शहर में हर ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। कार्यालय के अंदर कर्मचारियों के लिए जो शौचालय बना हुआ है कम से कम उसकी स्थिति तो सुधार लें। पिछले दो वर्षों से फुटबॉल मैंदान को सब्जी मंडी बनाकर रखा हुआ है। उसे कब खाली कराकर खेलप्रेमियों को उपलब्ध कराया जा रहा है ?
पूर्व विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा है ऐसे बेसमेंट वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं कोर्ट जाऊंगा। मैं शीघ्र ही हाईकोर्ट में के करूंगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बलजीत सिंह बेदी, रामदेव प्रसाद, घनश्याम महतो, बलराम प्रसाद कुशवाहा, मोहम्मद जहीर, प्रदीप गुप्ता, अभिमन्यु प्रसाद कुशवाहा, श्याम नंदन सिंह, संदीप कुमार, राजकुमार कुशवाहा, कपिल देव प्रियदर्शी, ब्रजेश्वर महतो, भीम महतो, गणेश महतो, मदन साव शामिल थे।