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अपराध नियंत्रण नहीं कर पा रही राज्य सरकार, गरीबों पर ढा रही है जुल्म: रघुवर दास

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सरकार पर फिर बोला हमला

रांची। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को एक बार फिर झारखंड की हेमंत सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा मोराबादी के पथ विक्रेताओं को सिर्फ इसलिए हटा दिए जाने का निर्णय लिया गया है। क्योंकि झामुमो कांग्रेस की सरकार अपराध पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है और दिनदहाड़े हत्या की वारदात को डीसी और एसपी के आवास के निकट अंजाम दिया गया है।सरकार के द्वारा लिया गया निर्णय अजीब है और ऐसा लगता है कि राज्य के मुख्यमंत्री को ना तो कानूनी प्रावधानों का ज्ञान है ना ही इन गरीब पथ विक्रेताओं की चिंता क्योंकि पथ विक्रेता और सब्जी इत्यादि बेचने वाले गरीब लोग सरकार के इस तुगलकी फरमान से भूखों मरने की परिस्थिति में आ गए हैं।
रघुवर दास ने कहा कि झारखंड की इस बेरुखी सरकार और बबुआ मुख्यमंत्री को यह जानकारी होनी चाहिए कि सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा महाराष्ट्र एकता हॉकर्स यूनियन के मामले में वर्ष 2009 तथा 2014 को दिए गए न्याय निर्णय के आलोक में केंद्र सरकार के द्वारा स्ट्रीट वेंडर्स प्रोटेक्शन ऑफ लाइवलीहुड एंड रेगुलेशन ऑफ स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट 2014 लागू किया गया है और इसमें निहित प्रावधानों के अनुसार इन स्ट्रीट वेंडर्स को इस तरह से हटाया नहीं जा सकता। उपरोक्त अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के अनुसार राज्य सरकार की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इन स्ट्रीट वेंडर्स को व्यवस्थित करें और उन्हें व्यवसाय तथा रोजगार करने के लिए अवसर प्रदान करें।
रघुवर दास ने कहा कि मेरे नेतृत्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल में उपरोक्त कानूनी प्रावधानों के अनुरूप ही मेन रोड के स्ट्रीट वेंडर्स को व्यवस्थित करने के लिए अटल स्मृति भवन तथा अन्य स्थानों पर इसी प्रकार के स्ट्रीट वेंडर्स को व्यवस्थित करने के लिए अन्य वेंडिंग मार्केट बनाए गए थे अथवा उसे बनाने की योजना शुरू की गई थी।
रघुवर दास ने कहा कि मैं राज्य के बबुआ मुख्यमंत्री जी को उपरोक्त केंद्रीय प्रावधानों समेत राज्य सरकार के द्वारा बनाई गई झारखंड पथ विक्रेता आजीविका संरक्षण एवं विनियमन नियमावली के प्रावधानों का ध्यान दिलाना चाहता हूं और मोराबादी समेत राज्य के पथ विक्रेताओं के अधिकारों का पूर्ण समर्थन करते हुए यह आग्रह करता हूं कि मोराबादी के पथ विक्रेताओं को तत्काल राहत दिया जाए और राज्य सरकार यह स्पष्ट करें कि उसके पास संपूर्ण राज्य के स्ट्रीट वेंडर्स को व्यवस्थित करने अथवा उनके लिए वेंडिंग जोन बनाने की क्या योजना है और यदि नहीं है तो क्यों नहीं ?
मैं इस झामुमो कांग्रेस की सरकार को याद दिलाना चाहता हूं कि इन लोगों ने सभी गरीब परिवारों को प्रतिवर्ष ₹72000 देने का वादा किया था और यह भी आश्वासन दिया था कि गरीब परिवारों को सुविधा युक्त तीन कमरों के सुंदर आवास के लिए तीन लाख रुपए दिए जाएंगे और वृद्ध, दिव्यांगजन एवं विधवा महिलाओं को पेंशन के ₹2500 प्रतिमाह दिए जाएंगे। महिलाओं को चूल्हा खर्च के लिए 2000 प्रतिमाह देने की बात कही थी। उन्होंने यह भी वादा किया था कि जन वितरण दुकानों से रोजाना जरूरत के अन्य समान यथा चायपत्ती, सरसों तेल, साबुन, सब्जियां एवं दाल भी उपलब्ध कराया जाएगा। परंतु उन योजनाओं को लागू करना तो दूर अब इन गरीब पथ विक्रेता और सब्जी विक्रेताओं को जबरन बाहर कर देने और उनको भूखों मार देने की योजना की जा रही है।