Breaking News

हेमंत सरकार ने अपराध नियंत्रण के लिए अनोखा उपाय खोजा: रघुवर दास

मोरहाबादी मैदान से दुकानदारों को हटाने पर सीएम हेमंत को घेरा

कहा, नाकामी छुपाने के लिए दुकानदारों को बनाया जा रहा है शिकार

रांची। मोरहाबादी मैदान से दुकानदारों को हटाने को लेकर भाजपा हेमंत सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार ने अपराध नियंत्रण के लिए अनोखा उपाय खोजा है। सरकार अपराधी को तो पकड़ नहीं पा रही है। सरकार निर्दोष और गरीब दुकानदारों पर अपना जोर दिखा रही है। अपराधियों के गोलीकांड की सजा वहां के दुकानदारों को भुगतनी पड़ रही है। हेमंत सरकार ने क्षेत्र की दुकानों को बंद करने का तुगलकी फरमान जारी कर दिया है। रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार नौकरी तो दे नहीं रही है जो अपना काम कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। उनका भी रोजगार छीन रही है।अब झारखंड में कहीं भी अपराधिक घटना होगी। तब हेमंत सरकार वहां की दुकानें बंद करवा कर अपराध नियंत्रण करेगी और अपनी पीठ थपथपाएगी।
वही रांची की मेयर डॉ आशा लकड़ा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आड़े हाथों लिया है।मेयर लकड़ा ने कहा है कि मोरहाबादी में गोलीबारी की घटना के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए गरीबों की दुकान हटा रहे हैं। क्या शहर को अपराध मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री की यही सोच है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने मोरहाबादी में हुई गोलीबारी की घटना को लेकर नगर आयुक्त मुकेश कुमार को मोरहाबादी मैदान के इर्द-गिर्द लगने वाले ठेला-खोमचा व अस्थाई दुकानों को हटाने का निर्देश दिया था. इसके बाद नगर निगम की इन्फोर्समेंट टीम शनिवार को सुबह मोरहाबादी मैदान पहुंची और दुकानें हटाने का निर्देश दिया। साथ ही दुकानदारों को चेतावनी दी गई कि जो लोग अपनी दुकान नहीं हटाएंगे। उनके ठेला व गुमटी समेत सभी सामान जब्त कर लिए जाएंगे। रांची नगर निगम के इस फरमान के बाद वे मेयर के आवास पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई।
मेयर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में गरीबों को उजाड़ने से पहले उन्हें बसाने की तैयारी की गई थी। परंतु मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गरीबों को उजाड़ने पर तुले हैं।दुकानदारों की फरियाद सुनने के बाद मेयर ने कहा कि हाई सिक्योरिटी ज़ोन में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। खुफिया विभाग के अधिकारियों को हाई सिक्योरिटी जोन वाले इलाके की हर गतिविधि की जानकारी होनी चाहिए।खासकर जिस क्षेत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन का आवास है। वहां आपराधिक गतिविधि की सूचना नहीं होना और गोलीबारी की घटना के प्रति पुलिस-प्रशासन जिम्मेदार है न कि वहां के दुकानदार। मीडिया के अनुसार अपराधी मोरहाबादी मैदान के पास दुकानों व सब्जी विक्रेताओं से रंगदारी वसूल करते हैं। क्या स्थानीय पुलिस-प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है ?