रामगढ़। ओशोधारा नानक धाम मुरथल के प्राणाधार एवं सिद्ध भागीरथ सद्गुरु सिद्धार्थ औलिया जी ने विश्व भर के ओशो साधकों को लोहड़ी महापर्व की बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ओशोधारा साधकों के लिए लोहड़ी का पर्व वास्तविक अर्थों में “लो हरि” है , क्योंकि इसी अविस्मरणीय दिवस पर ई.सन् 1997 में गुरु नानक देव जी की दिव्य आभामयी उपस्थिति में उन्हें ओंकार दीक्षा प्राप्त हुई थी। यही कारण है कि लोहड़ी पर्व को ओशोधारा के सहज योग के साधक ओंकार दिवस के रूप में भी मनाते हैं। यह भी स्मरणीय है कि ओशोधारा के पहले तल के आध्यात्मिक कार्यक्रम ध्यान समाधि में सद्गुरु एक हाथ की ताली , अनहद नाद अर्थात आत्मा के संगीत “ओंकार” से परिचय करवाते हैं। इसको रामनाम , नाद ब्रह्म , बांगे – आसमानी , सदाए – आसमानी , लोगोस आदि नामों से भी जाना जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर सद्गुरु जी द्वारा युवा विंग का गठन किया गया है।जिसमें 15 वर्ष से 35 वर्ष के युवा पंजीकृत किए जाएंगे तथा युवा विंग के कोआर्डिनेटर के रूप में सुशील कुमार का चयन सद्गुरु द्वारा किया गया है। ओशोधारा सेंट्रल कोआर्डिनेटर प्रोफेसर दर्शन ने बताया कि यह सौभाग्य की बात है कि युवा शक्ति को भौतिक एवं आध्यात्मिक उन्नति हेतु सद्गुरु का विशिष्ट मार्गदर्शन मिलेगा। सेंट्रल प्रेस मीडिया कोआर्डिनेटर स्वामी संदीप नैन के अनुसार विगत दिनों सद्गुरु ने महिला साधकों के समग्र विकास के लिए वुमन एंपावरमेंट इकाई का गठन किया था तथा जिसकी केंद्रीय कोआर्डिनेटर डॉ.रचना अग्रवाल हैं। ठीक उसी प्रकार यह युवा विंग कार्य करेगा तथा विश्व भर के हजारों युवा विंग से जुड़ सकेंगे।इस अवसर पर झारखंड एवं बंगाल के कोआर्डिनेटर आचार्य अमरेश जी, आचार्य ज्ञानामृत जी , ओशोधारा मैत्री संघ झारखंड , रोहतक ओशोधारा मैत्री संघ , ओशोधारा संघ रामगढ़ कैंट ने प्रसन्नता पूर्वक सद्गुरु के प्रति अहोभाव मिश्रित आभार व्यक्त किया है। इस बात की जानकारी झारखंड के ओशोधारा प्रेस मीडिया कोआर्डिनेटर स्वामी राज़ रामगढी ने दी है।