पूर्व विधायक शंकर चौधरी के नेतृत्व में हुआ कार्यक्रम
छावनी परिषद पूर्व डेली मार्केट में किसानों को सब्जी बेचने की मंजूरी दे: शंकर चौधरी
कहा, शहर में सीईओ चोर है का लगाएंगे पोस्टर
रामगढ़। किसान मजदूर संघ रामगढ़ के बैनर पर पूर्व विधायक शंकर चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने गुरुवार के प्रातः शहर के फुटबॉल मैदान से जुलूस निकाल पुराना डेली मार्केट के समक्ष प्रदर्शन करते हुए आम सभा किया। आम सभा करने के उपरांत छावनी परिषद द्वारा दूसरे गेट में लगाए गए ताला को तोड़ा गया।
ताला तोड़ने के बाद किसानों ने बजरंगबली की पूजा अर्चना किया। इसके बाद बाजार की साफ सफाई कर किसानों ने सब्जी बेचना शुरू किया। वही किसान मजदूर संघ द्वारा किसानों के खाने पीने की व्यवस्था भी की गई है।
इस मौके पर पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने कहा कि रामगढ़ छावनी परिषद में कानून नाम की चीज नहीं बची है। यहां अमीरों के लिए कुछ कानून है और गरीबों के लिए कुछ और कानून है। शहर में रिश्वत के बल पर लोग बड़े-बड़े इमारत खड़ा कर रखे हैं। शहर के मॉल के बेसमेंट में लोग दुकानें चला रहे हैं। छावनी परिषद में जो भी मुख्य अधिशासी पदाधिकारी आता है।वह मोटी राशि लेकर मटिया जाता है। छावनी परिषद का गरीबों के ऊपर डंडा चलता है। कभी ठेला वाले को तो कभी गुमटी वाले को हटाया जाता है। कभी छावनी परिषद बड़े-बड़े लोगों के लिए दिल्ली मार्केट से किसानों को हटाकर अमीरों के लिए बिल्डिंग और दुकान बनाने की तैयारी कर रखी है। हम लोग किसी भी कीमत पर अपना पुराना स्थान नहीं छोड़ सकते हैं। पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने कहा कि शहर में एक बड़ी घटना घटी है।छावनी परिषद द्वारा बिना निलंबन के किस आधार पर डॉक्टर सांत्वना शरण को बर्खास्त कर दिया है। इस मुद्दे पर आइएमए में चुप क्यों है। उन्होंने कहा कि छावनी परिषद अस्पताल में जो भी चिकित्सक रहा है।वह हमेशा निजी प्रैक्टिस करता रहा है। डॉक्टर सांत्वना शरण कि जिस दिन बहाली हुई थी।उस दिन भी वह निजी प्रैक्टिस करती थी। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल के सभी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस करते हैं। रिम्स के डॉक्टर भी निजी प्रैक्टिस करते हैं। उन्होंने कहा कि छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी सबसे ऊपर शहंशाह नहीं है। इनकी तानाशाही और मनमानी रामगढ़ में नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि छावनी परिषद शहर में व्यवसायियों को ट्रेड लाइसेंस के नाम पर परेशान कर रही है।
व्यवसायियों से ₹500 शुल्क लिया जा रहा और ₹5000 प्रत्येक व्यवसायियों से घूस लिया जा रहा है। पूर्व विधायक शंकर चौधरी ने कहा कि शहर के व्यवसाई छावनी परिषद के इस कानून का विरोध करें। कोई भी व्यवसाय इस ट्रेड लाइसेंस को नहीं बनाएं। छावनी परिषद के कर्मचारियों को भी कहना चाहूंगा कि किसी हालत में किसी दुकान में जाकर व्यवसायियों को तंग ना करें। यहां लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। जिनका बनाया गया उनकी भी राशि वापस की जाए। रामगढ़ छावनी परिषद के मुख्य अधिशासी अधिकारी को चेतावनी देता हूं कि यह आंदोलन यहीं समाप्त नहीं होने जा रहा है। अभी तो आंदोलन शुरू हुआ है। अभी तो यह ट्रेलर है अभी पूरी फिल्म बाकी है। छावनी परिषद गैरकानूनी इमारतों को ध्वस्त नहीं किया तो बेसमेंट में चलने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई नहीं किया तो पूरे शहर के अंदर सीईओ चोर है का पोस्टर लगाया जाएगा। हर 15 दिनों में मुख्य अधिशासी अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा। उस पत्र को अखबार में प्रकाशित किया जाएगा। छावनी परिषद को शहर के नाजायज इमारतों को ध्वस्त करना होगा।
इस पूरे कार्यक्रम में किसान मजदूर संघ के रामदेव प्रसाद,पूर्व वार्ड सदस्य घनश्याम महतो, तुलसी प्रसाद कुशवाहा, बलराम प्रसाद कुशवाहा, उमेश कुशवाहा, फजलू खान,प्रदीप गुप्ता,अभिमन्यु प्रसाद कुशवाहा, रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पंकज प्रसाद तिवारी,अशोक गुप्ता, बजेसर महतो, पवन साहू, विमल बनर्जी, इंदु देवी, ललिता देवी,शालिनी,रामाशंकर, रामप्रवेश शाह,जहुर मियां,जमाल खान आदि शामिल थे।