गिरिडीह सासंद चंद्रप्रकाश चौधरी ने पद की मर्यादा को किया तार-तार
कॉलेज में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति होती है तो मोर्चा इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगा: संतोष महतो
रामगढ़। शिक्षा,रोजगार और सम्मान के लिए समर्पित संगठन छात्र युवा अधिकार मोर्चा(स्याम) के अध्यक्ष सह जय झारखण्ड अभियान के केंद्रीय समन्वय समिति के सदस्य संतोष महतो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जिले के एकमात्र सरकारी महाविद्यालय और शिक्षा की धुरी रहे रामगढ़ महाविद्यालय को विगत कई वर्षों से आजसू पार्टी के लोगों ने अपनी मनमानी और भयदोहन का केंद्र बनाकर रखा हुआ था।जिसका पटाक्षेप महाविद्यालय के निडर, निष्पक्ष प्रिंसिपल डॉ मिथिलेश सिंह जी के मार्मिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने आयी है। प्राचार्य ने बताया कि कैसे छात्र संघ के नाम पर लोग नामांकन में रंगदारी कर कोटे की मांग करते रहे हैं। सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के नाम पर महाविद्यालय प्रशासन को धमकाते रहे हैं। ये मामले कुछ दिनो पूर्व हुए विवाद के मुख्य वजह रहे हैं।इंटर साइंस सहित अन्य कोर्स में नामांकन के नाम पर तालाबन्दी कर महाविद्यालय के प्राचार्यो का भयदोहन करना और छात्रों से पैसे की उगाही करना उक्त छात्र संघ का पेशा बना हुआ है।इस पूरे मामले में महाविद्यालय के शैक्षणिक माहौल को खराब करने के लिए आजसू पार्टी के नेताओं की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है।साथ ही इनके समर्थन में आये गिरिडीह के सांसद का पद के घमंड में आकर पुलिस प्रसाशन को ललकारना और महाविद्यालय प्रबंधन को अमर्यादित भाषा द्वारा चुनौती देना जिले के लिए राजनीति का काला अध्याय बन गया है। 15 वर्षों तक चंद्रप्रकाश चौधरी रामगढ विधायक और मंत्री रहते सूबे के एकमात्र महाविद्यालय के लिए कुछ नही किये।अब गिरिडीह के सांसद होकर ओछी राजनीति व अमर्यादित संबोधन करना शर्मनाक और अशोभनीय है।इनके शह पर ही कुछ कथित छात्र नेताओं ने महाविद्यालय को चारागाह बनाकर रख दिया है।सूत्र बताते हैं कि महाविद्यालय सहित पूरे शहर में अराजकता और खुराफात करने की योजना का अड्डा महाविद्यालय के समीप स्थित पटेल छात्रावास बना हुआ है। उक्त छात्रावास पूर्व में गरीब और मेधावी छात्रों के लिए रहने की एक सामाजिक संस्था थी जिसे पूर्व मंत्री ने अपने निजी स्वार्थ साधने और व्यापारिक,राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया हुआ है जो कि स्थानीय पुलिस प्रशासन के लिए एक जांच का विषय भी हो सकता है।
छात्र युवा अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष संतोष महतो ने कहा कि महाविद्यालय में शिक्षा और अन्य व्यवस्था से संबंधित मुद्दे छात्रों और छात्र हितों के समर्थक संगठनों के आपसी मामले हो सकते हैं। परंतु आजसू छात्र संघ के अमर्यादित क्रियाकलापों का समर्थन करने के लिए गिरीडीह सांसद का खुद आना और साथ में रामगढ़ नगर परिषद अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,आसपास के दबंगो आदि दर्जनों नेताओं का भीड़ लेकर आना और उत्तेजित भाषण से लोगो को हिंसा के लिए प्रेरित करना,कॉलेज प्रशासन को ललकारना निश्चित रूप से कोई बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है।ये विवाद शैक्षणिक न होकर इनके लिए क्षेत्र में इनके राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई बनायी गयी है।
मोर्चा महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर मिथलेश सिंह लाइब्रेरियन दामोदर महतो सहित समस्त प्रबंधन को उनके निडर,निष्पक्ष और आजाद होकर मुखर होने की प्रशंसा करता है। साथ ही साथ जल्द ही प्राचार्य महोदय को सम्मानित करने की घोषणा करता है।साथ ही महाविद्यालय प्रबंधन को आश्वस्त करता है कि इन बाहरी ताकतों द्वारा इस प्रकार के तमाम साजिशों को नाकाम कर महाविद्यालय के शैक्षणिक माहौल को बहाल करने के लिए मोर्चा सदैव कटिबद्ध रहेगा। यदि पूर्व मंत्री द्वारा जिन लोगों पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है उनपर मुकदमा वापस नही लिया जाता है। उन लोगों को परेशान किया जाता है या इस प्रकार के घटना की पुनरावृत्ति होती है तो इसके खिलाफ मोर्चा सड़क पर उतरेगा। जरूरत पड़ने पर पुलिस अधीक्षक से मिलेगा और मुख्यमंत्री व राज्यपाल तक संपर्क करेगा। लेकिन रामगढ़ के मान सम्मान के प्रतीक और सैकड़ों छात्रों के भविष्य गढ़ने वाले महाविद्यालय के खिलाफ साजिश बर्दाश्त नही करेगा।