पतरातु(रामगढ़)।पर्यटन विहार पतरातू में जमाकर्ताओं की शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला आरबीआई और जेएसएलपीएस के साथ एमओयू के अनुसार आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य समुदाय के सदस्यों (सीएलएफ ओबी) बैंक सखी बीसी सखी और अन्य एसएचजी सदस्यों को बैंकों की विभिन्न वित्तीय समावेशन गतिविधियों, डिजिटल वित्त, सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों और विभिन्न ऋण उत्पादों और बैंक उत्पादों पर वित्तीय साक्षरता शिक्षित करना था। कार्यक्रम की शुरुआत बीओआई अधिकारी दीनानाथ मंडल, एसकेवीके, बीओआई, राजश्री बेरा, बीओआई और विकास कुमार, बीएम, झारखंड कोलियरी शाखा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। उन्होंने बैंकिंग, बचत खाता और चालू खाता, प्रत्येक प्रकार के खातों के लिए दस्तावेज़ीकरण आवश्यकताओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने दर्शकों को विभिन्न प्रकार के ऋणों पर ब्याज दरों और ऋण राशियों तथा मानदंडों और ऋण चुकौती की आवधिकता के बारे में भी जानकारी दी। ऋण और ब्याज के समय पर पुनर्भुगतान के महत्व पर जोर दिया गया जिससे समुदाय के सदस्यों को अपना नागरिक स्कोर अच्छा रखने में मदद मिल सके। इससे उन्हें बड़े ऋण प्राप्त करने में अन्य ग्राहकों पर बढ़त मिलेगी।व्यक्तिगत खातों की नियमित केवाईसी के महत्व पर भी विस्तार से बात की गई।
डिजिटल फाइनेंस और मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से बैंकिंग को आसान बनाने पर विस्तार से चर्चा की गई। अब निवेशक मोबाइल बैंकिंग के जरिए सुरक्षित तरीके से लेनदेन कर सकते हैं। समुदाय के सदस्यों को विभिन्न प्रकार की धोखाधड़ी के बारे में भी सूचित किया गया और हमें किसी भी प्रकार के लिंक पर क्लिक करने या फोन पर किसी के साथ अपना लॉगिन आईडी पासवर्ड ओटीपी या पिन साझा करने से बचने के उपाय करने के लिए आगाह किया गया। उन्हें साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग की जाने वाली विभिन्न फ़िशिंग तकनीकों के बारे में भी चेतावनी दी गई और वित्तीय रूप से सुरक्षित रहने की भी चेतावनी दी गई।एसएचजी और अन्य समुदाय के सदस्यों के लिए विभिन्न प्रकार के सरकारी फंडों और योजनाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई, जिसमें आरएफ सीआईएफ, सीसीएल ऋण, मुद्रा ऋण, पीएमईजीपी, पीएमएफएमई आदि शामिल थे। विभिन्न बीमा योजनाओं पीबीएसबीवाई, पीएमजेजेबीवाई, पीएमएवाई, व्यक्तियों के लिए परिसंपत्ति उदाहरण और संपत्तियों की जानकारी पर भी चर्चा की गई।आईटीआर फाइलिंग की आवश्यकता और इसके महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। मोबाइल एवं खाता संख्या के साथ आधार सीडिंग पर चर्चा की गई।सत्र के अंत में सीएलएफ सदस्यों के साथ सांप-सीढ़ी का एक छोटा सा खेल खेला गया। गेम को मज़ेदार तरीके से वित्तीय साक्षरता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जिसे समुदायों द्वारा आसानी से समझा जा सकता है। यह कार्यक्रम जेएसएलपीएस द्वारा बैंक अधिकारियों के समन्वय से आयोजित किया गया था। डीपीएम जेएसएलपीएस श्रीमती रीता सिंह, बीओआई अधिकारी श्री दीनानाथ मंडल, एसकेवीके, बीओआई, श्री राजश्री बेरा, बीओआई और विकास कुमार, बीएम, झारखंड कोलियरी शाखा और डीएम एफआई सुश्री प्रीति टोप्पो, डीएम एसडी सौरभ प्रसाद, सभी 21 सीएलएफ के सीएलएफ सदस्य कार्यशाला में सभी प्रखंडों से बैंक सखी और रामगढ़ की बीसी सखी ने भाग लिया।