भुरकुंडा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत रत्न डॉ बी आर अंबेडकर के बारे में राज्यसभा में बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की है। यह टिप्पणियां न केवल भारत के महानतम नेताओं में से एक की अद्वितीय विरासत का अपमान हैं। बल्कि उन करोड़ों भारतीयों का भी घोर अपमान है।जो उन्हें भारतीय संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता के रूप में सम्मान देते हैं।संवैधानिक पदाधिकारी की ओर से इस तरह के बयान बेहद अपमानजनक हैं हमारे गणतंत्र की नींव को कमजोर करने का एक खतरनाक प्रयास है। इसे लेकर झारखंड प्रदेश अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा आज भुरकुंडा अंबेडकर स्थल से बाइक पर अमित शाह का पुतला लेकर रैली निकाली जो भुरकुंडा बाजार थाना चौक होते हुए मतकामा चौक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया। वहीं झारखंड प्रदेश अनुसूचित जाति के संयोजक आजाद भुइयां ने कहा की डॉ. अंबेडकर समानता, न्याय और हमारे संविधान में निहित लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रतीक हैं। उनके नाम को कलंकित करने का कोई भी प्रयास इन मूल्यों का अपमान है और हमारे देश की सामाजिक सद्भावना के लिए खतरा है।विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जमकर नारेंबाजी किए।गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे और उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए सार्वजनिक माफी मांगने की मांग किये। मौके पर हरी लाल बेदिया ,विजय राम ,राजन राम, प्रदीप राम, अशोक राम, आजाद भुइयां ,चरकू गांजू ,दिलीप राम, रामचंद्र राम ,अनिल एक्का , विजय मुंडा,दिनेश राम, शशि करमाली,लखन मुंडा, अजय मेहता, सूरज करमाली, उमेश राम,राजन करमाली, राजकुमार गोंदा,अरविंद करमाली, अरविंद कुमार, श्याम सुंदर आदिवासी, कृष्ण नायक, बबलू कुमार रहे।