Breaking News

विश्व विकलांग दिवस:झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिव्यांग जितेंद्र पटेल से वार्ता

  • दिवयांग जितेंद्र पटेल अपने दृढ़संकल्प से कई पदक और सम्मान जीत चुके हैं।
  • कई खेलों में दिव्यांग जितेंद्र पटेल झारखंड का नाम रोशन किया है।
  • दिव्यांग जितेंद्र पटेल को नहीं मिली है सरकारी सहायता,बयां की विरह

दानिश पटेल

रामगढ़।पूरे विश्व में प्रत्येक वर्ष 3 दिसम्बर को विश्व विकलांग दिवस मनाया जाता है।झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रामगढ़ जिला निवासी दिव्यांग जितेंद्र पटेल से विश्व दिव्यांग दिवस पर खास बात चीत पर साझा की अपनी बातें, जितेंद्र पटेल ने बताया कि मैं झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम का पूर्व कप्तान था। लेकिन अभी तक नहीं मिली है सरकारी सहायता। किसी शायर ने ठीक ही कहा है,मंजिल उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती हैं पंखो से कुछ नहीं होता,हौसलों से उड़ान होती है, इन पंक्तियों को सत्य साबित किया है जितेंद्र पटेल। 19- 22 अक्टूबर को गोवा में नेशनल पारा स्विमिंग में ब्राउन मेडल हासिल किया। मालूम हो कि तीन दिवसीय 24वां पारा स्विमिंग चैंपियनशिप 19,22 अक्टूबर तक गोवा पणजी में आयोजित हुआ था जिसमें झारखंड के दो खिलाड़ीयों में से एक पदक जितेंद्र पटेल ने हासिल किया था। चितरपुर प्रखंड क्षेत्र के बड़की लारी निवासी दिव्यांग जितेंद्र पटेल 33 वर्ष बहुमुखी प्रतिभा के धनी है, निःशक्तता कभी इनके जीवन में बाधा नहीं बनी लेकिन आज भी वह सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहे हैं जितेंद्र पटेल झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। दिव्यांग जितेंद्र पटेल नृत्य, तैराकी, वॉलीबॉल, कबड्डी व रग्बी खेल में भी माहिर है जितेंद्र ने कई बड़े शहरों में अपनी प्रतिभा को दिखाया है उन्हें कई मेडल व ट्रॉफी से पुरस्कृत किया गया है, जितेंद्र ने बताया कि वर्ष 2013 में वह झारखंड दिव्यांग क्रिकेट टीम के कप्तान बने थे अपनी कप्तानी ने में 25 t20 मैच खेले जिसमें 15 में विजेता व 5 मैच में उपविजेताम बने थे। उन्होंने वर्ष 2015 में गोवाहाटी में सर्वाधिक 35गेंद में 75 रन बनाया था उनके पिता विश्वनाथ महतो किसान है खेती कर अपने परिजनों का भरण पोषण कर रहे हैं अपने पिता के काम में जितेंद्र पटेल भी हाथ बंटाते हैं, गुजरात ,दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड,कोलकाता ,राजस्थान, बेंगलुरु में नृत्य के स्टेज शो में भाग ले चुके हैं।जितेंद्र पटेल के पास किक्रेट के साथ साथ कई हुनर है उन्होंने मेरठ सिटी में 15 जनवरी 2020 के राष्ट्रीय दिव्यांग रत्न अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है ,बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित की बहन सह आयोजन कमेटी के ममता दीक्षित व श्रेत्रीय अभिनेता उत्तम कुमार ने सम्मानित किया है, उन्होंने गुजरात, दिल्ली,मध्य प्रदेश उत्तराखंड, मुंबई ,राजस्थान, कोलकाता, बेंगलुरु ,हरियाणा पंजाब,असम सहित कई जगहों में भी नृत्य के स्टेज शो में भाग ले चुके हैं, 2020 में रजरप्पा महोत्सव में भी अपने नृत्य से जलवा बिखेरा है जितेंद्र ने वर्ष 2018 में डांस इंडिया डांस प्रोग्राम में आडिशन दिया था, 2017 में नारायण सेवा सदन उदयपुर राजस्थान में आयोजित राष्ट्रीय तैराकी में 13वां स्थान प्राप्त किया था, इस कार्यक्रम से 25 लोग का चयनित हुए थे सभी को अगला कार्यक्रम के लिए दक्षिणी कोरिया जाना था किसी कारण से यह कार्यक्रम रद्द हो गया। वर्ष 2015 दिल्ली क्रिकेट टीम को हराया वर्ष 2015 में मैसूर में रागनी खेल में भाग लिए, वर्ष 2015 में बिहार में तैराकी में हिस्सा लिया, जिसमें से दो मेडल प्राप्त किए गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल। 2017 में नेशनल पैरालंपिक स्विमिंग में हिस्सा लिया जिसमें से ब्रोंज मेडल प्राप्त किया। 2022 असम गुवाहाटी में नेशनल पैरालंपिक स्विमिंग 21वां में हिस्सा लिया जिसमें से ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त किया। 2024 में 19 अक्टूबर से 22 अक्टूबर नेशनल पैरालंपिक चैंपियनशिप पणजी गोवा में हिस्सा लिया। जिसमें से ब्रोंज मेडल प्राप्त किया इस प्रकार के कई उपलब्धि है। आगे जितेंद्र पटेल ने बताया कि आज तक मुझे सरकार से किसी प्रकार का लाभ या सहयोगी नहीं दिया जा रहा है। यह अपने बल और अपने मेहनत से यह अपने झारखंड का नाम रोशन कर रहे हैं और झारखंड के नाम रोशन करके अपने साथ-साथ में रामगढ़ जिला चितरपुर प्रखंड का भी नाम रोशन कर रहे हैं।राज्य सरकार को ऐसे होनहार प्रतिभा के धनी दिव्यांग को सहयोग और मदद कर हौसला बढ़ाना चाहिए।