पतरातू (रामगढ़)। कटिया काली मंदिर परिसर में रविवार को विस्थापित प्रभावित संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। जिसमें मोर्चा के पदाधिकारियों के अलावा दर्जनों विस्थापित और प्रभावित शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता कुमेल उरांव और संचालन किशोर कुमार महतो ने किया। बैठक में बताया गया कि 19 सितंबर को घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन के मद्दे नजर 17 सितंबर को पीवीयूएनएल की ओर से प्रबंधन और मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता हुई थी। जिसमें विस्थापित और प्रभावितों को स्थाई जॉब में नियुक्ति, अनावश्यक कलाऊज और एक्सपीरियंस के शर्त को हटाने की बात कही गई थी। साथ ही वोकेशनल, प्रोफेशनल, तकनीकी प्रशिक्षण देकर नियुक्ति करने पर सहमति बनी थी। योग्यता अनुसार महिलाओं की नियुक्ति, भेल और भेल के एजेंसियों की ओर से न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करने। सीएसआर, सीडी फंड से सभी 25 विस्थापित गांव और अगल-बगल के प्रभावित गांवों विकास कार्य करने की बात कही गई है। कटिया टाउनशिप और हेसला पाइपलाइन को लेकर हुए समझौता को पूरा करने आदि प्रमुख मुद्दों पर 10 दिनों के अंदर ठोस पहल कर समस्या समाधान के लिए आश्वासन दी गई है। दूसरी ओर बैठक में कहा गया कि इस बार प्रबंधन टालने के बजाय विस्थापित और प्रभावितों के विश्वास में खरा उतारने का काम करे। कहा गया कि यदि इस बार विस्थापित और प्रभावितों को छला गया तो मोर्चा अपने घोषणा के अनुसार आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएगा। बैठक में राजा राम प्रसाद, अब्दुल कयूम अंसारी, प्रदीप महतो, कालेश्वर महतो, प्रियनाथ मुखर्जी, नंदकिशोर महतो, छोटू करमाली, प्रकाश महतो आदि दर्जनों महिला और पुरुष शामिल थे।