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रांची में मूलवासी सदान अधिकार मार्च रैली में उमड़ी भीड़

शांति नहीं,अब क्रांति से बनेगी बात, अवहेलना होती रही तो अलग सदान खंड की करेंगे मांग: राजेंद्र प्रसाद

अब पार्टी के लिए नहीं माटी के लिए वोट करें सदान

रांचीlआने वाले लोकसभा,विधानसभा चुनाव में हक के लिए आर-पार की लड़ाई के लिए मूलवासी सदान रहे तैयार राजा जब न्याय देने में पक्षपात करे तो महाभारत होना तय हैl उक्त बातें मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने मूलवासी सदान अधिकार मार्च रैली को संबोधित करते हुए राजभवन समक्ष कही। बापू वाटिका मोराबादी से रैली राज्यपाल भवन के गेट के समीप पहुंची जिसमें हजारों की संख्या में सदान पहुंचे थे । अधिकार रैली मार्च का नेतृत्व मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ने किया । उन्होंने कहा कि राज्य बने 23 वर्ष हो गएlलेकिन एक स्थानीय नीति सरकार नहीं बना पाईlकहा सदानों के शहादत से झारखंड राज्य मिलाlलेकिन राज्य बनने के पश्चात मूलवासी सदानों के अधिकारों एक-एक कर छीना जा रहा है । जिसे अब किसी कीमत में बर्दाश्त नहीं करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वैसे जगह जो आरक्षित हैंlजहां से सदान मुखिया ,प्रमुख, जिला परिषद अध्यक्ष, विधायक ,सांसद नहीं बन सकते हैंl वैसे क्षेत्र से राज्यसभा में राजनीतिक दलों से मूलवासी सदानों को राज्यसभा भेजे में भेजने की मांग की। उन्होंने कहा कि नियोजन नीति और स्थानीय नीति अंतिम सर्वे के आधार पर सरकार बनाएं।
उन्होंने कहा राज्य में पिछड़ी जाति का आबादी 55% प्रतिशत हैlलेकिन सिर्फ मैं 14% आरक्षण दिया जा रहा है और 7 जिलों में पिछड़ों का आरक्षण शून्य कर दिया गया है। जबकी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने पिछड़ों को 36 से 50 तक आरक्षण देने की राज्य सरकार से अनुशंसा की है।उन्होंने सदान आयोग बनाने की मांग की। कहा कि सत्ता की चाबी मूलवासी सदानों के पास हैl 2024 के विधानसभा चुनाव में मूलवासी सदान सत्ता किसे देंगें वह अक्टूबर माह में रांची में एक बड़ी रैली कर अपना फैसला सुना देंगें।क्षितिश कुमार राय ने कहा कि यदि विभिन्न पाटियां स्थानीय सदानी सदस्यों को जगह नहीं देगी तो मूलवासी सदान मोर्चा बाहरी लोगों का विरोध करेगा।
रैली में नारा लगा झारखंड का मुख्यमंत्री कैसा हो राजेन्द्र प्रसाद जैसा हो। जो मूलवासी सदानों की बात करेगा वही झारखण्ड में राज करेगा।
स्थानीय नीति नियोजन नीति अंतिम सर्वे के आधार पर बनाना होगा। 2024 से पहले परिसीमन करना होगा करना होगा ,इत्यादि नारा रैली में लग रहे थे।
मार्च अधिकार रैली को संबोधित करने वालों में धनंजय राय, विश्वनाथ गोप आरती देवी, प्रभा देवी, कृष्ण सिंह, बहादुर नारायण सिंह,रवि प्रसाद, मेहरा खातून, मुमताज खान, किशोर गौंझू, सयुम अंसारी, महेश महतो, आदि ने किया।

रैली में 15 सूत्री मांग पत्र राज्यपाल को सौंपा गया।अधिकार मार्च रैली में डॉ सुदेश कुमार साहू, विशाल कुमार सिंह, प्रोफेसर, विशाल साहू, प्रोफेसर अमर गोप, नीलू कुमारी, आरती देवी, प्रभा देवी, नवदीप महतो, सुरेश महतो, नवल सिंह, किरण देवी, शिवनारायण गंजू, धूलेश्वर साहू के अलावे हजारों संख्या में मूलवासी सदान उपस्थित थे।
राजभवन के समक्ष भाषण के पश्चात प्रतिनिधिमंडल राजभवन में अपना 15 सूत्री मेमोरेंडम सौंपा। मेमोरेंडम में स्थानीय नीति को परिभाषित अंतिम सर्व 1964 के आधार पर किया जाए और नियोजन नीति स्थानीय नीति के आधार पर तय किया जाएl विधान सभा की सीट को 81 से बढ़कर 160 किया जाएlलोकसभा की सीट को 14 से बढ़कर 28 किया जाएl सदान आयोग का गठन किया जाएlझारखंड पिछड़ा आयोग के अनुशंसा को लागू करते हुए सरकार तमिलनाडु के तर्ज पर ओबीसी को 36% से 50% आरक्षण झारखंड सरकार दे।स्वर्ण को 10% मिलने वाला आरक्षण झारखंड के मूलवासी सदन को दिया जाए, विधान परिषद का गठन 2024 से पहले किया जाएl जिससे उन क्षेत्रों के मूलवासी सदानों को भी विधानसभा में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल सके जिस क्षेत्र में सदन कभी सांसद विधायक मुखिया प्रमुख और जिला परिषद अध्यक्ष नहीं बन पा रहे हैंl 2024 विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड का परिसीमन किया जाए । जातीय जनगणना किया जाए,आदि मांगे रखी गई है।
अधिकार रैली में विजय साहू,आरती देवी,प्रभादेवी धनंजय राय, प्रोफेसर अरविंद प्रसाद चंदन प्रसाद, मुमताज खान,बहादुर सिंह, नारायण सिंह, बसंत प्रसाद, सुशील साहू,विशाल कुमार सिंह, विशाल कुमार रवि प्रसाद, भुलेश्वर साहू, रंजीत यादव, धनीराम, महेश महतो, राजेश्वर साहू,कृष्ण सिंह, शिवनारायण गंजू किशोर मेरा खातून बसंती देवी, नवदीप महतो, विश्वनाथ मुमताज खान, नवल सिंह, राजेश को प्रोफेसर अमर गोप, डॉ नीलू कुमारी, किरण देवी, आदि हजारों की संख्या में पूरे राज्य भर से मूलवासी सदान उपस्थित थे।संचालन धनंजय कुमार राय ने की।