रांचीlमूलवासी सदान मोर्चा द्वारा 27 फरवरी को आयोजित अधिकार मार्च में राज्य भर से हजारों की संख्या में मूलवासी सदान रांची पहुंचेंगें। यह अधिकार मार्च अपने लक्ष्यों को साधने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा,यह मार्च मूलवासी सदानों की ताकत और एकता का प्रदर्शन दिखाएगा और राजनीतिक दलों को कड़ा संदेश देगा ,कि वह अब सदान समुदाय की मांगों को नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं । इस अधिकार मार्च का आगामी चुनाव पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा । यह अधिकार मार्च मूलवासी सदान के लिए अपनी आवाज उठाने और अपने हिस्सेदारी मांगने का माध्यम होगा। उक्त बातें मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में होटल गंगा आश्रम रांची में कही। ज्ञात हो कि मूलवासी सदानों के विभिन्न मांगों को लेकर मूलवासी सदान मोर्चा ने मूलवासी सदानों की उपेक्षा से नाराज़ होकर 27 फरवरी को मोराबादी गांधी प्रतिमा से राजभवन तक अधिकार मार्च निकलने का निर्णय लिया है।
मोर्चा अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि इस अधिकार मार्च के बाद गुमला और संताल परगना में एक विशाल मार्च रैली का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद अक्टूबर में मोराबादी रांची में लाखों संख्या की एक बड़ी रैली होगी। इस रैली में हम तय करेंगें की मूलवासी सदान किस दल को सरकार की बागडोर सौंपेंगें। प्रसाद ने कहा झारखंड गठन के करीब 23 वर्ष हो गए फिर भी झारखण्डियों का सपना पूरा नहीं हो पाया, झारखंड में लुट- खसोट मची हुई है। उन्होंने कहा मूलवासी सदानों के शहादत को भुलाया नहीं जा सकता है लेकिन राज्य बनने के बाद मूलवासी सदानों की घोर उपेक्षा हुई है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा अब हम मूलवासी सदान संगठित होकर अपना अधिकार लेंगें। यह मार्च इस उद्देश्य के लिए आयोजित किया गया है। मूलवासी सदानों को हक अधिकार मिलना चाहिए। 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाला है इसलिए हम सभी को सजग होने की जरूरत है हम अपने अधिकार को किस तरह से हासिल करें। उन्होंने कहा हम सभी को एकता के सूत्र में मूलवासी सदानों को एक सूत्र में बंधने की जरूरत है।
संवाददाता सम्मेलन में प्रोफेसर अमर गोप, महेंद्र ठाकुर, विशाल कुमार सिंह, हरिश कुमार, प्रो अरविंद,पिंटू दास, आदि उपस्थित थे।