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चंपाई सोरेन की सरकार ने जीता विश्वास मत,पक्ष में 47, विपक्ष को मिले मत 29

रांची। झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन 5 फरवरी को चंपाई सोरेन की नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस, राजद गठबंधन की सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास प्रस्ताव पर हुए मतदान में चंपाई सोरेन सरकार को 47 मत मिले, जबकि विपक्ष में 29 वोट पड़े।
जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मतदान से दूरी बना ली। सत्ता पक्ष के एक विधायक रामदास सोरेन बीमार होने की वजह से सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए। विधायक इंद्रजीत महतो बीमारी की वजह से वोट देने के लिए उपस्थित नहीं हो सके। निर्दलीय विधायक अमित महतो अनुपस्थित रहे। कमलेश सिंह ने विपक्ष के समर्थन में वोट किया। विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के अभिभाषण के बाद कुछ देर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। फिर से सदन की कार्यवाही विधानसभा के अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो की अध्यक्षता में शुरू हुई। फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सरकार बनाने का अपना दाना पेश किया, जिसके बाद विस अध्यक्ष ने पक्ष और विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका दिया।

दोनों तरफ की बहस सुनने के बाद फ्लोर टेस्ट हुआ, जिसमें सत्ता पक्ष को 47 तो विपक्ष को 29 वोट मिले। वोटों की गिनती के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने पहले सत्ता पक्ष को हां कहते हुए अपनी जगह पर खड़े होने को कहा। विपक्ष के लिए भी यही तरीका अपनाया गया। विधानसभा कर्मियों ने दोनों पक्षों की उपस्थितियों की गिनती की, जिसके बाद सत्ता पक्ष फ्लोर टेस्ट में पास हो गया। अब सारी राजनीतिक गतिविधियों पर विराम लग गया। चंपाई सोरेन अब पूर्ण रूप से सरकार को चलाएंगे।

किसे कितने वोट मिले

सत्ता पक्ष- जेएमएम-28, कांग्रेस-17 (प्रदीप यादव को लेकर), राजद-01, माले-01

विपक्ष- भाजपा- 25 (बाबूलाल को लेकर), आजसू-03, एनसीपी-01 (कमलेश सिंह)

कड़ी सुरक्षा में वोट देने आए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

ईडी की कस्टडी में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय से विधानसभा पहुंचे। विधानसभा पहुंचते ही ईडी की टीम गेट नंबर एक पर रुक गयी। वहां से हेमंत सोरेन विधानसभा के सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा में विधानसभा में दाखिल हुए। वो पहले की तरह नेता सदन की कुर्सी पर नहीं बैठे। उन्हें सत्ता पक्ष की तरफ वाली आगे की कतार में बैठने की जगह मिली। अपने कुछ साथियों से उन्होंने बात भी की। लेकिन कोर्ट की मनाही की वजह से उन्होंने मीडिया में किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया।

मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सात फरवरी को मंत्रिमंडल का करेंगे विस्तार

बहुमत साबित करने के बाद मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सात फरवरी को अपना मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इस दिन मंत्रियों का शपथ ग्रहण कराये जाने की संभावना है।
सरकार का विश्वास मत हासिल करने के बाद सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को दूसरी तरफ ले जाकर बैठ गए और लंबी मंत्रणा की। अपने पॉकेट से एक कागज निकालकर चंपाई सोरेन को सौंपा और करीब 20 से 25 मिनट तक बातचीत की। ऐसा माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने मंत्रिमंडल का खाका और विभागों के बंटवारे की सूची चंपाई सोरेन को सौंप दिया है।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन सात फरवरी को अपने बाकी बचे मंत्रियों का शपथ ग्रहण कराएंगे और मंत्री परिषद का विस्तार करेंगे। उसी दिन देर शाम तक मंत्रालय का भी बंटवारा कर दिए जाने की संभावना है। जानकारी के अनुसार चार वर्षों से रिक्त पद 12वां बर्थ भी इस बार भरा जाएगा।
राजद को छोड़ दिया जाए तो जेएमएम और कांग्रेस में काफी बदलाव देखने को मिल सकता है। सोरेन परिवार की सीता सोरेन और बसंत सोरेन दोनों को मंत्रिमंडल में एडजस्ट किया जा सकता है। वहीं और भी कुछ चेहरे बदल सकते हैं।वहीं कांग्रेस की तरफ से भी कई नाम सामने आ रहे हैं। इसमें प्रदीप यादव, दीपिका पांडे और जयमंगल उर्फ अनुप सिंह का नाम चल रहा है।