भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के सामाजिक,आर्थिक, राजनीतिक और देश के बुनियादी मुद्दों पर निकाला जा रहा: झारखंड कांग्रेस
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस
रॉंचीl झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में आज कांग्रेस भवन, रॉंची में संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गयाl जिसे प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर एवं मंत्री आलमगीर आलम ने संयुक्त रूप से संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमिटी के संगठन प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो, मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, मीडिया चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, प्रवक्ता रियाज अंसारी उपस्थित थे। भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक,तीनों विषयों, देश के बुनियादी मुद्दों पर हम ये यात्रा निकाल रहे हैं।
मई महीने में मणिपुर में जो दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी और घटती रहीlपर रात-दिन मोदी जी कभी समुद्र में, वहां पर जाकर स्विमिंग करने का दिखाते हैंl फोटो सेशन,कभी कंस्ट्रक्शन हो रहा है मंदिरों का, वहां पर जाकर फोटो निकाल लेते हैंlकभी केरल में निकाल लेते हैं, कभी बंबई में निकाल लेते हैंl हर जगह जाकर नए-नए ये अपने वस्त्र पहनकर, हर जगह से फोटो, रोज आप तो देखते रहे होंगेlआप भी तंग आए गए कि भाई कितनी बार इनकी सूरत देखना, फिर भी वो सूरत बताने का वो नहीं छोड़ते और आप लोग उसकी पिक्चर पकड़ना भी नहीं छोड़ते।
तो ऐसा आज लोगों को ये हो गया है कि भाई क्या है। कोई एक भगवान के दर्शन के जैसा रोज उठते ही उन्हीं का, लेकिन ये महापुरुष मणिपुर क्यों नहीं गए, जहां लोग मर रहे हैंlजहां महिलाओं का रेप किया जा रहा हैl जहां लोग ठंड में मर रहे हैं, वहां उनके हाल-चाल पूछने के लिए वो जा नहीं रहे हैं। क्यों, क्या वो देश का हिस्सा नहीं हैं? आप लक्षद्वीप में जाकर पानी में ठहरते हो, क्या आप मणिपुर जाकर लोगों को समझा नहीं सकते? आज पूरी सत्ता आपके पास है, आप तो यही कहते हो, इस भारत देश में मैं अकेला ही ऐसा हूंlमुझको कोई अपोजीशन रोक नहीं सकता। ये उनकी कही बात है, मेरी तो नहीं है। पार्लियामेंट में उन्होंने कहा, एक मोदी सारे अपोजीशन पर कितना भारी हैlउन्होंने ही कहा था,मैंने नहीं कहा।तो जब एक मोदी ही बस है, तो जाओ भाई, मणिपुर में जाकर देखो कि क्या हाल है, क्यों ऐसा हो रहा हैlदेश का हिस्सा है वो और कितने ही दिन ऐसे ही आप इसको ये करेंगे। इसीलिए जन जागृति करने के लिए ही हम ये यात्रा निकाल रहे हैं, ये यात्रा, जो आपको भी मालूम है कि पहले जो हमारी भारत जोड़ो यात्रा थी, वो सारे लोग उसमें आए थेl कन्याकुमारी से कश्मीर तक हुआ और अब इम्फाल से लेकर मुम्बई तक होने जा रहा है।
तो ये राष्ट्रीय समस्याओं को लेकर जो गैर जिम्मेदारी से, असंवेदनशीलता से काम कर रहे हैं, ये ठीक नहीं है और भाई कम्पैशन तो होता है किसी इंसान के पास, लेकिन शायद कंपैशन मणिपुर के बारे में वो दिखाना नहीं चाहते और राष्ट्रीय चर्चा, संवाद, ये सारी चीजें राहुल जी की यात्रा में होंगी, जैसे पहले भारत जोड़ो यात्रा में हुई थीं। ये एक बहुत बड़ा कदम राहुल जी ने उठाया है, पूरी पार्टी उनके साथ इस लड़ाई में खड़ी है।
दूसरी चीज, ये हम क्यों जा रहे हैं लोगों को बताने के लिए दृ क्योंकि कोई और रास्ता नहीं है। हमने पार्लियामेंट में अपनी बात रखने की कोशिश की, पार्लियामेंट में इन मुद्दों को उठाने की कोशिश की, लेकिन वहां पर सरकार ने हमको मौका नहीं दिया और मजे की बात ये है कि भाई कोई आदमी साइलेंट बैठ रहा है, उसको भी सस्पेंड, जो उठके खड़ा है उसको भी सस्पेंड, जो कुर्सी पर बैठा है उसको भी सस्पेंड, यानी 146 लोगों को निलंबित किया गया। इस देश के इतिहास में ये पहली बार है कि इतने लोगों को सस्पेंड करना और इतने लोगों की बात नहीं सुनना और 28 पार्टियां मिलकर जो बात हम रखना चाहते थे, उसको कोई मौका नहीं मिला और इसके लिए तो प्रधानमंत्री भी उधर आए नहीं हमारे पास। कम से कम पार्लियामेंट में तो झांककर देखें वो, लेकिन मेरी राज्य सभा में झांके भी नहीं, हालांकि दोनों साथ-साथ ही हैं।
तो क्या नफरत है मालूम नहीं हमसे, लेकिन उन्होंने इसके बारे में सरकार को ही अपनी गहरी चिंता व्यक्त भी नहीं की और जाने वाले जाने दो, सस्पेंड करो, उन्होंने कर दिया और सैशन खत्म हो गया। इसीलिए, अब हम लोगों को ये बताने भी जा रहे हैं और जो एनजीओज़ हैं, जर्नलिस्ट हैं, किसान हैं, छोटे व्यापारी हैं, दलित हैं और पिछड़े हुए वर्ग के लोग हैं और इंटलेक्चुअल्स हैं और जो ट्राइबल सेक्शन, ये सब लोग जुड़ जाते हैं रास्तें में और मिलते हैं, एक-एक पॉईंट पर हमारी जो स्पीच होगी, बात होगी, वहां भी हम बताएंगे और लोगों की तकलीफ भी हम सुनेंगे, क्योंकि सिर्फ ये हमारी बात कहने के लिए नहीं, दूसरों की बात सुनने के लिए भी ये प्लेटफार्म यूज किया जाएगा और ये जो है हमने शुरू किया है, एक बहुत अच्छी बात है और आपका भी को-ऑपरेशन जरूरी है, आपके बगैर तो यह संभव नहीं है, आप हमारे लिए ऑक्सीजन हैं, क्योंकि आप ज्यादा अगर सपोर्ट नहीं करेंगे, तो जमीनी सच्चाई खत्म हो जायेगी।
इसीलिए मैं चाहता हूं कि आप भी जो सपोर्ट है या ऑक्सीजन है वो देते रहेंगे, क्योंकि डेमोक्रसी को जिंदा रखने के लिए, संविधान को जिंदा रखने के लिए ये जरूरी है और संविधान ठीक है तो आपका भी फ्रीडम ऑफ स्पीच, एक्सप्रेशन, ये सब टीवी चलेगा, लिखना-पढ़ना चलेगा, नहीं तो आपका भी आहिस्ता-आहिस्ता से मुंह बंद कर देंगे, फिर बाद में सिर्फ मुंह बंद करके लिखना पड़ेगा, वो भी फिर बाद में हाथ भी आपके बंद करवाएंगे, पेन भी। तो ये मेरे, सबके लिए ये एक है, तो आप इस पर ध्यान दीजिए और जो क्रिमिनल एक्ट उन्होंने पास किए तीन, आज वकील भी परेशान हैं, दूसरों का तो छोड़िए उधर वकील खुद परेशान है कैसे प्रोनाउंस करें, क्या-क्या करें, एकदम इसको कैसे पटरी पर लाएं, ये उनको भी समझ में नहीं आ रहा है, लेकिन और एक, इसके पहले तो किसानों के बिल लाए, फिर वापिस लिए और लेबरर्स का हाल पूछो मत, मैं अच्छे से जानता हूं कि लेबर के लिए तो इस सरकार में कोई जगह नहीं है। प्रोविडेंट फंड, कोई पुराने लोगों के नाम से वो एनरोलमेंट कराते हैं, इतने रोजगार हमने दिए हैं। ईएसआई की भी वही हालत है और जो पहले कानून थे, रूल्स, रेगुलेशन, हर चीज, बोनस उसमें कोई उनको इंट्रेस्ट नहीं है। जो आजादी के पहले बने हुए कानून लेबर के थे, वो भी उन्होंने निकाल दिए। संविधान सभा से पहले जब डॉ० बाबा साहेब आंबेडकर, वो वायसराय इसमें एग्जीक्यूटिव मेंबर थे लेबर डिपार्टमेंट के, उनके बनाए हुए कानून भी अब इन्होंने निकाल दिए। आजादी के बाद जो आए थे, वो भी निकाल दिए। तो आखिर में क्या हमारे एम्प्लोयीज को बॉन्डेड लेबर करना चाहते हैं और इन लेबर को, चाहे वो कोई भी हो, आप हो, कोई भी हो, इतना डराकर रखने के लिए और मालिक के कंट्रोल में रखने के लिए अगर ये चीज होती है, तो इससे बुरा और कुछ नहीं है।तो दोस्तो, ऐसी जो चीजें हैं, लेबर लॉज़, किसान का मुद्दा, अब क्रिमिनल लॉज़, ये सारी चीजें ला रहे हैं कि ये एक डिक्टेटर की निशानी है, मैं यही भाषा में बोल सकता हूं, थोड़ा सॉफिस्टिकेटेड हमारे जयराम बोलते हैं, क्योंकि मुझमें और उनमें जरा डिफरेंस है। मैं सीधा-सीधा बोलता हूं, उनको जरा मेट्रो में फिरने की आदत है, मुझको एक्सप्रेस में, पैसेंजर में जाने की आदत है।
और ये जो चीजें हम आज आपके सामने रख रहे हैं और यात्रा के माध्यम से अभी मैंने कहा सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और जनता के मूल सवालों जैसे महंगाई, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, मजदूरों की बुरी हालत, अमीर-गरीब की बढ़ती खाई और जातिगत जनगणना आदि पर जन-जागरण करने का ये मौका है और हम सबसे ये बात करेंगे और दूसरा- यात्रा के दौरान राहुल जी समाज के विभिन्न वर्गों से, विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से, संगठनों से वो बात करेंगे, उनकी बात समझेंगे और उसका सॉल्यूशन क्या होगा, नेक्स्ट इसके लिए हमको बहुत बड़ा फायदा होगा और कांग्रेस कैडर इसको सफल बनाने के लिए पूरा जोर लगाएगा।
हमने इंडिया गठबंधन के नेताओं और साथियों और विभिन्न राज्यों में कांग्रेस पार्टी से संबंधित विभिन्न दलों, सिविल सोसायटी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है, मोस्टली वो भी ज्वॉइन हो जाएंगे और जिस-जिस जगह उनकी भेंट होगी, वहां पर भी बातचीत करेंगे। मैं फिर अब आप सबको आमंत्रित करता हूं कि इसमें सभी लोग जुड़ जाएं और एक बात है कि पहले तो हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यूटी और स्टेट से हमने बहुत तैयारी के साथ की थी और उसमें बड़ा यश मिला, वैसा ही हम चाहते हैं कि इस यात्रा में भी हमको वही सफलता मिले और एक मुद्दा है।
देखो, आज देश में दूसरी चीज भी है, ये तो हमारे कार्यक्रम के साथ-साथ आपको दूसरा भी बोलूंगा। खुलेआम बीजेपी सरकार ईडी को, सीबीआई को, इंकम टैक्स डिपार्टमेंट को और दूसरी छोटी-मोटी एजेंसीज को भी विपक्षी नेताओं के ऊपर और उनके रैलेटिव्स के ऊपर, छोटे-मोटे लोग जो पार्टी के होते हैं उनके रैलेटिव्स के ऊपर वो आज हमला कर रहे हैं, डरा रहे हैं और डराकर अपनी बात मनवा रहे हैं और ये एक बहुत ताज्जुब है कि एक आदमी को आप कलंकित करते हो, ये ठीक नहीं है किसी को, कांग्रेस वाले को पकड़ लिए, कहीं टीएमसी वाले को पकड़ लिए, किसी टीडीपी वाले को पकड़ लिए, किसी को भी पकड़ लो, आप तो उसको किसी न किसी केस में डालते हो, डालने के बाद अगर वो आदमी आपकी पार्टी में ज्वॉइन होता है, वो क्लीन हो जाता है। इतनी बड़ी ड्रायक्लीन फैक्ट्री शाह साहब के पास है। हमारे पास कलंकित, उनके पास जाते ही व्हाईट, प्योर व्हाईट बन जाते हैं। ये कैसे होता है। ये न्याय की बात करते हैं आप। अब एक जो बात करते हैं कि हम बहुत स्वच्छ हैं, निष्कलंक हैं, ये बात करते हैं।
अरे, ये क्यों कर रहे हैं आप, कहीं अगर आपको दो-चार एमएलए कम मिले, उनको उठाकर ले जाते हो, केस डालते हो, फिर वो सरकार क्लीन हो जाती है। ऐसे ही अगर हुकूमत चली, ऐसे ही अगर देश चला, तो क्या होगा कि जो जनता से चुनकर आते हैं, आप उनकी खरीद-फरोख्त करके, डरा-धमकाकर अगर शामिल कर लेते हैं, तो क्या अच्छी बात है, ये।
तो इसीलिए आप सबसे यही चीज मुझे बोलनी थी और मोदी जी ने तो कभी संविधान को माना ही नहीं, शायद उनका वेट एंड सी लिस्ट होगा, क्योंकि आने वाले दिनों में वो नागपुर के आदेश से जो काम करते हैं, वो उसी के ऊपर उनका ध्यान केन्द्रित होता है। इस संविधान को संविधान नहीं मानते, क्योंकि जो नागपुर का संविधान है उनका, उसी को मानते हैं, तो इसीलिए हम आज Justice, liberty, Equality, Fraternity, की जो आज धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और पूरी तरह से ये प्रभावित हुई हैं, ये संविधान के preamble को हमको बचाना है, दोबारा इसको मजबूत बनाना है, इसीलिए ये यात्रा भी जरूरी है। तो मैं इससे ज्यादा कुछ कहना नहीं चाहता, एक ही अपनी बात रखूंगा कि ये जो न्याय का मुद्दा है, भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मुद्दा है, इस मुद्दे पर हम आगे बढ़ेंगे, हर व्यक्ति को इसमें हिस्सा लेना चाहिए, हमारे जो कांग्रेस कार्यकर्ता हैं यूथ कांग्रेस के और एनएसयूआई के वो प्रयास करेंगे कि सभी वाहनों में, सभी गाड़ियों में, बसों में, टू व्हीलरों में ये स्टीकर लगाए जाएंगे, आज से शुरू होगा ये अभियान 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा की सीटों से यह यात्रा गुजरेगी, 20 मार्च तक का समय है।ये जो मैंने जिले के आंकड़े दिए, लोकसभा कॉस्टिट्यूंसी के और विधानसभा सीट के और 6,700 किलोमीटर, ये इसलिए मैंने दिया कि हम जो पहले कन्याकुमारी से कश्मीर तक गए और अब जो निकले, ये इतने आते हैं, इसका मतलब ये नहीं है कि हम दूसरी जगह नहीं जाने वाले हैं, हर जगह जाएंगे, हर जगह अपनी बात को रखेंगे। लेकिन राहुल जी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इस एरिया से, इतने जिलों से वो निकलेगी, इसलिए हमने ये कहा।