गंभीर रोगों का सरल एवं सुलभ ईलाज है होमियोपैथ -शिवशंकर पांडेय
मेदिनीनगर: विश्व होमियोपैथिक दिवस पर जिला आयुष संयुक्त औषधालय परिसर में हनीमैन जयंती समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उदघाटन जिला आयुष पदाधिकारी शिवशंकर पांडेय ने हनीमैन के चित्र पर माल्यार्पण कर किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि होमियोपैथ के जनक हनीमैन थे। जिन्होंने एमबीबीएस करने के बाद जर्मन होमियोपैथ का खोज किया।साथ ही सभी रोगों से संबंधित दवा का खोज किया। उन्होंने कहा कि आज वर्तमान समय में लोग एलोपैथ छोड़कर होमियोपैथ की ओर जा रहे हैं। इसका मुख्य कारण है कि होमियोपैथ का साईड इफेक्ट मानव जीवन में नहीं है।यह दवा सस्ती व सुलभ है।इस मौके पर डा सुधीर कुमार सुधांशु ने हनीमैन के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका जन्म 10 अप्रैल 1775 को जर्मन में हुआ था।वे एक साधारण परिवार से आते थे। जिन्होंने एमबीबीएस पास करने के बाद जर्मन होमियोपैथ का खोज किया।जो एक नई पद्धति का शुरूआत पूरे विश्व में प्रारंभ हुआ।उन्होंने कहा कि होमियोपैथिक पुरानी रोगों में कारगर व सफल ईलाज है।लोग इसके प्रति जागरूक बनें।इस मौके पर डा अरूण कुमार सिंह, डा विनित,डा प्रीती ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। समारोह में डा मृत्युंजय मेहता, डा प्रतिभा, डा सत्यम सौरभ, डा अमरजीत समेत अन्य मौजूद थे।