रामगढ़। हदीस शरीफ़ का मफ़हूम है मोमिन की मिसाल उनकी मोहब्बत और शफ़क़त में एक जिस्म की मानिन्द है। जब किसी जिस्म की एक हिस्से में दर्द हो तो सारा जिस्म तकलीफ़ में होता है।
इल्म की रौशनी ट्रस्ट के सचिव मुहम्मद वसीम कौसर रज़वी ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के ज़रिए मालूम हुआ कि मुहम्मद क़मर रज़ा पिता मुहम्मद गुफ़रान अंसारी ग्राम खपिया, गिद्दी ‘ए’, हज़ारीबाग़ के रहने वाले हैं। उनके बेटे की तबियत ख़राब है और अभी वो वेल्लोर में एडमिट हैं डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें ब्रेन ट्यूमर हुआ है अब तक 3 बार ऑपरेशन हो चुका है और 7 से 8 लाख रुपए ख़र्च हैं। इल्म की रौशनी ट्रस्ट के सदस्यों ने उनके घर जाकर हालात का जायज़ा लिया और उन्हें हस्बे तौफ़ीक़ उनके इलाज की लिए मदद किया और आगे भी मदद करने का उम्मीद दिलाया।
लिहाज़ा आप सब से भी अपील है कि रमज़ान के इस बा बरकत महीने में इल्म की रौशनी ट्रस्ट का साथ दें ताकि इसी तरह ग़रीब ज़रूरतमंद लोगों की मदद किया जा सके। मौक़े पर ट्रस्ट सदस्य अब्दुल युसूफ़, मुहम्मद फ़ैज़ान, महफ़ूज़ आलम, अरबाज़ रज़ा, मौलाना इरबाज़ आ़लम, इम्तियाज अन्सारी सहित अन्य गांव वाले मौजूद थे।