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देश के स्वाभिमान को जागृत करने का अभियान है हर घर तिरंगा

बलिदान,शांति,समृद्धि और सत्य का प्रतीक है तिरंगा : रौशन कुमार

हज़ारीबागहर घर तिरंगा अभियान का मुख्य उद्देश्य संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास जानने और मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। जिसके माध्यम से भारत सरकार द्वारा हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की गई है।इसे लेकर भाजपा मीडिया प्रभारी रौशन कुमार ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का अर्थ होता है स्वतंत्रता सेनानियों से प्राप्त प्रेरणा का अमृत। स्वतंत्रता का अमृत यानि नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों का अमृत, स्वतंत्रता का अमृत है, एक ऐसा पर्व जिसमें भारत आत्मनिर्भर होने का संकल्प लेता है।यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि उनके भीतर प्रधानमंत्री मोदी के भारत 2.0 को सक्रिय करने के दृष्टिकोण को सक्षम करने की शक्ति और क्षमता भी है, जो आत्मनिर्भरता की भावना से प्रेरित है। आजादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान के बारे में प्रगतिशील है।रौशन कुमार ने कहा कि “आज़ादी का अमृत महोत्सव” की आधिकारिक यात्रा 12 मार्च, 2021 को शुरू होती है, जो हमारी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के लिए 75 सप्ताह की उलटी गिनती शुरू करती है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मार्च, 2021 को साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से ‘दांडी मार्च’ को हरी झंडी दिखाकर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ का उद्घाटन किया।आजादी का अमृत महोत्सव 15 अगस्त 2022 से 75 सप्ताह पहले शुरू हुआ।रौशन कुमार ने कहा कि किसी भी देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वह अपने पिछले अनुभवों और विरासत के गौरव के साथ पल-पल जुड़ा रहता है। हम सभी जानते हैं कि भारत के पास एक समृद्ध ऐतिहासिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का एक अथाह भंडार है जिस पर हमें गर्व होना चाहिए।इस ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय चेतना को भारत के घर-घर तक पहुँचाने के लिए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद, गुजरात में साबरमती आश्रम से एक पदयात्रा (स्वतंत्रता मार्च) को हरी झंडी दिखाकर स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के लिए समर्पित ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया था।रौशन कुमार ने कहा कि अमृत महोत्सव के 5 मुख्य स्तंभ हैं।स्वतंत्रता संग्राम,75 वर्षों में उपलब्धियाँ,योजनाएं,संकल्प
और कार्य।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राष्ट्र का गौरव तभी जागृत होता है जब हम अपने स्वाभिमान और बलिदान को याद करते हैं और उसे अगली पीढ़ी को भी बताते हैं, इसलिए आजादी का अमृत महोत्सव का महत्व वर्तमान समय में बहुत अधिक है क्योंकि आज आजादी को 70 साल से भी अधिक हो गए हैं लेकिन अभी भी ऐसे बहुत सारे युवा है जो आजादी के संघर्ष को करीब से नहीं जानते हैं और उन्हें बलिदान की कहानियां भी नहीं पता है इसलिए आजादी के महोत्सव के माध्यम से उन सभी लोगों को आजादी के सही मायने बताने बहुत जरूरी है।आजादी का अमृत महोत्सव हमें यह अवसर देता है कि हम अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने इतिहास को और भी करीब से जाने, क्योंकि जब आप आजादी के संघर्ष के बारे में पढ़ेंगे और उस को करीब से जानने का प्रयास करेंगे तो आपको पता लगेगा कि भारत ने कैसे-कैसे वीरों को जन्म दिया है और उन लोगों में इतना आत्मविश्वास था, और देश को लेकर इतना प्रेम था कि वह अपने प्राण भी त्याग करने को तैयार थे।यही कारण भी है जो बहुत सारे लोग आजादी के संघर्ष में आजादी की लड़ाई लड़ते लड़ते शहीद हो गए, और जाते जाते भी उन सब ने आजादी का नारा लगाया और स्वतंत्र भारत का ख्वाब देखा, और यही कारण भी की भारत को अपने संघर्ष का परिणाम मिला और भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हो गया।