उरीमारी : कांटा घर के समीप लेबर शेड में विस्थापित संघर्ष मोर्चा के द्वारा शनिवार को शोक सभा आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता वरीय उपाध्यक्ष सीताराम किस्कू ने किया। शोक सभा में मोतीलाल मांझी के आकस्मिक निधन पर लोगों ने दुख व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रख भगवान से प्रार्थना किया गया। मौके पर मोर्चा के सचिव महादेव बेसरा ने कहा कि मोतीलाल मांझी उरीमारी परियोजना में शॉवेल ऑपरेटर के रूप में काम किए। वह आरसीएमएस के पद पर रहते हुए मजदूरों की हर समस्याओं के लिए आगें बढ़ चढ़कर काम करते रहें। विस्थापित नेता होने के नाते उन्होंने विस्थापितों के हर समस्याओं के निदान एवं विस्थापितों के रोजी रोटी के लिए हमेशा प्रबंधन से लड़ाई लड़ते रहते थे। विस्थापितों ने एक अच्छे कर्मठ नेता को खो दिया है। उनकी कमी हम सबों को हमेशा रहेगा। वरीय उपाध्यक्ष सीताराम किस्कू ने कहा कि मोतीलाल मांझी का अधूरे काम को पूरा करना हम विस्थापित नेताओं की जिम्मेवारी है। आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस सादगी से मनाया जाएगा। शोक व्यक्त करने वाले में मुख्य रूप से विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चरका करमाली, सचिव महादेव बेसरा, वरीय उपाध्यक्ष सीताराम किस्कू, संगठन मंत्री जतरू बेसरा, तालो बेसरा, सिगू हेम्ब्रोम, रवि पवारिया, सदस्य राजेंद्र किस्कू, वासदेव सोरेन, बिरजू सोरेन, कतिलाल हेम्ब्रोम, कृष्णा किस्कू, राम बेसरा, लखन बेसरा, मनु टूडू, तालु बेसरा, रतन पवारिया, पतिलाल पवारिया, सिकंदर मुर्मू, महेश करमाली, दिनेश करमाली, सीतामुनी देवी, तेतरी देवी, वार्ड सदस्य फूलमती किस्कू, पंचायत समिति सदस्य गीता देवी, शांति देवी, फुलमुनी देवी, मोनिका देवी, सुशीला देवी, सरोज मुर्मू, रामवृक्ष सोरेन, जुगल सोरेन, मनका हंसदा सहित कई लोग शामिल थे।