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साहब! भदानीनगर पुलिस ने खेला है बड़ा खेल! 

पतरातू सीओ द्वारा पकड़े गए चार अवैध चारकोल लदे हाईवा को छोड़ा गया

• क्षेत्र में चर्चा, पुलिस ने लेनदेन कर छोड़ दिया है हाईवा

• भुरकुंडा रेलवे साइडिंग बन गया है अवैध कारोबार का जंक्शन

भुरकुंड(रामगढ़)। जिला में पिछले 3 वर्षों से अवैध कारोबार एक शिष्टाचार बन गया है। जिला में पिछले 3 वर्षों में अवैध खनन के साथ साथ बड़े पैमाने पर लगभग सभी अवैध कारोबार चलाए गए हैं। लगभग सभी अवैध कारोबार पुलिस संरक्षण में चलने की बात आते रही है। पिछले 3 वर्षों से जिला में पदस्थापित पुलिस अधिकारी पुलिस अधिकारियों के साथ पर अवैध कारोबार करवाते रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ दिनों से जिला में नए एसपी के पदभार ग्रहण करने के साथ ही अवैध कारोबार पर एक ब्रेक लगता सा दिख रहा है। लेकिन जिला में पदस्थापित पुराने पुलिस अधिकारी अपनी मनमानी करने से कहीं बाज नहीं आ रहे हैं।

ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला जिला के पतरातू पुलिस सर्किल के भदानीनगर ओपी क्षेत्र से आया है। जानकारी के अनुसार पतरातू के अंचलाधिकारी शिवशंकर पांडे लपंगा से चार अवैध चारकोल लदे हाईवा को पकड़ा। पतरातू अंचलाधिकारी ने चारकोल लदे हाईवा को भदानीनगर पुलिस के हवाले कर दिया। पतरातू अंचलाधिकारी के चारकोल लदा हाईवा को पकड़ने के बाद माफिया किस्म के लोग पीछे पड़ गए। इसके बाद चारकोल का अवैध कारोबार करने वाले लोग भदानी नगर पुलिस से सांठगांठ करना आरंभ कर दिया। इसके बाद 19 जुलाई की रात को भदानी नगर पुलिस ने चारों चारकोल लदे हाईवा को छोड़ दिया। पुलिस ने कागजी खानाापूर्ति करते हुए जांच पूरा किया। इसके बाद चारों हाईवा को छोड़ दिया गया। लेकिन दूसरी तरफ भुरकुंडा कोयलांचल में भदानीनगर पुलिस द्वारा हाईवा छोड़ने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। चार हाईवा को छोड़ने की बड़ी फीस ली गई है।

देखें हाईवा जब्त करते समय सीओ ने क्या कहा –

यह भुरकुंडा कोयलांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग दबे जुबान से कह रहे हैं कि चारों हाईवा को छोड़ने में बड़ा खेल और लेन-देन हुआ है। इस खेल में बड़े अधिकारी भी शामिल है। बहरहाल पुलिस कि इस काली करतूत की रिपोर्ट ऊपर तक चले गई है। हालांकि भदानीनगर पुलिस का कहना है कि जांच पड़ताल में कुछ नहीं मिलने पर हाईवा को छोड़ा गया है।

भुरकुंडा रेलवे साइडिंग बन गया है अवैध कारोबार का जंक्शन

रामगढ़ जिला का भुरकुंडा रेलवे साइडिंग अवैध कारोबार का मुख्य केंद्र बन गया है। इस रेलवे साइडिंग से बड़े पैमाने पर कोयला में चार कुल मिलाकर पावर हाउस भेजने की बात सामने आ रही है। जानकारों की माने तो जिला के विभिन्न क्षेत्रों में स्थिति स्पंज फैक्ट्रियों से चारकोल मिट्टी के भाव में खरीदा जा रहा है। जिसे रात के अंधेरे में भुरकुंडा रेलवे साइडिंग में ट्रक और हाईवा के द्वारा गिराया जा रहा है। इसके बाद रात के अंधेरे में ही चारकोल को कोयला में मिलाया जा रहा है। इसके बाद चारकोल मिला कोयले को रेलवे रेक के द्वारा विभिन्न पावर हाउस में भेजा जा रहा है। जिसमें करोड़ों रुपए का खेल चल रहा है। चर्चा है कि रेलवे साइडिंग में आने वाले कोयले को फैक्ट्रियों में बेच दिया जा रहा है।

वहीं रेलवे साइडिंग में गिरने वाले कोयले के स्थान पर चारकोल गिराया जा रहा है। चर्चा है कि इस अवैध कारोबार में रेलवे,कोल इंडिया, और राज्य सरकार के आला अधिकारियों की मिलीभगत है। जिसके कारण या अवैध कारोबार दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।