भाजपा अपने वोटर से बेमुख हो रही है,बाहर के व्यक्ति संगठन में हैं काबिज: सदान मोर्चा

सदानों की उपेक्षा बन्द हो तो भाजपा को मिलेगी विधानसभा की पच्चास सीटें

रांचीमूलवासी सदान मोर्चा के राष्ट्रीय सलाहकार व झारखण्ड आन्दोलनकारी क्षितीश कुमार राय ने कहा कि भाजपा अपने वोटर से बेमुख होते जा रही है।भाजपा प्रदेश संगठन में महामंत्री जैसे पद पर उत्तर प्रदेश और बाहर के व्यक्ति‌ काबिज हैं। वहीं बाहर के व्यक्तियों को सांसद और विधायक पार्टी बना रखा है। जबकि उनका ज्यादातर वोटर झारखंड के 65% मूलवासी सदान रहे हैं। लेकिन सदानों से बीजेपी लगातार विमुख हो रही है और उनकी उपेक्षा कर रही है। इसका परिणाम है कि बीजेपी झारखंड में लगातार चारों उपचुनाव हारी है। उन्होंने यह भी कहा जिस दिन भाजपा को मूलवासी सदान पूर्ण रूप से छोड़ देंगे उस दिन झारखण्ड से भाजपा के अस्तित्व मिट जाएगी। श्री राय ने कहा कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व जितना जल्दी इस बात को समझ जाए तो अच्छा है। श्री राय ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री रहते हुए 112 प्रखंडों की सभी पंचायतों को मुखिया, प्रमुख, जिला परिषद अध्यक्ष,पद को आरक्षित कर मूलवासी सदानों को उनके अधिकारों से वंचित करने का काम किया है । यही कारण है कि भाजपा से अलग होने के बाद भी बाबूलाल मरांडी का समर्थन मूलवासी सदानों ने कभी नहीं किया । श्री राय ने यह भी खुलासा किया कि स्थानीय नीति का बाबुलाल मराण्डी समर्थक रहे हैं। यही कारण था कि उन्हें राजधनवार से जिताने में मूलवासी सदान मोर्चा ने मदद की थी। श्री राय ने कहा कि झारखण्ड बनने के बाद स्थानीय नीति को लेकर आदिवासी-मूलवासी (सदान) संगठन का गठन किया गया था। इसके बाद आदिवासी और मूलवासी सदानों में भावनात्मक लगाव बन गया है। बन्धु तिर्की उसी आन्दोलन की उपज हैं। यही कारण है कि मांडर में सदानों का वोट बंट गया है। श्री राय ने यह भी कहा कि मुस्लिम भी सदान समुदाय से संबंध रखते हैं और वे भी सदानों की अधिकारों को लेकर अपने मताधिकार का उपयोग सदानों की हित में सदानों की आह्वान पर कर सकते हैं। यह बात को शायद राजनीतिक पार्टियों के लोग समझ नहीं पा रहे हैं। श्री राय ने कहा कि आने वाले आम चुनाव में हम मूलवासी सदान अपनी ताकत को बताएंगे और दिखाएंगे।