मांडू (रामगढ़)। आज 27 जून को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जिला अंतर्गत मांडू में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार अग्निपथ के विरोध में सत्याग्रह आंदोलन का आयोजन मांडू प्रखंड कार्यालय में किया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष संजय लाल पासवान जी को मांडू विधानसभा मैं मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मांडू प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष सुधीर सिंह के द्वारा किया गया इस सत्याग्रह आंदोलन में कई वक्ताओं ने अग्निपथ के विरोध में अपनी अपनी बातों को विस्तार पूर्वक रखा और कहां की देश की जनता के साथ फिर से केंद्र सरकार धोखा देने का काम किया अब भारतीय सेना मैं भी संविदा पर भर्ती का ऐलान करते हुए उन्हें अग्निवीर का दर्जा दिया झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष संजय लाल पासवान जीने कहां की अग्निपथ में उम्र सीमा साडे 17 साल से 21 साल की की यानी जब बच्चा बालिक होगा तब वह बेरोजगार रहेगा इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार की क्या नियत है किस नियत के आधार पर उन्होंने यह नियम लागू की भारतीय सेना में के तीन अंग है तीनों अंकित ट्रेनिंग की अलग प्रक्रिया
थल सेना जिसमें पूर्व में भर्ती प्रक्रिया के दौरान भर्ती में चिन्हित अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग 9 महीने की हुआ करती थी एक सिविल माहौल से फौज के माहौल में ढलने के लिए एक सैनिक को 9 महीने की कड़ी ट्रेनिंग दी जाती थी उस ट्रेनिंग के पश्चात वह सेना में एक कुशल सैनिक बनता था और देश बॉर्डर ऊपर तैनात होकर दुश्मनों से मुकाबला करता था लेकिन इस नई नीति के अनुसार ट्रेनिंग प्रक्रिया 10 हफ्ते से 6 महीने की कर दी गई थल सेना के अंदर जो सैनिक भर्ती होते हैं उनकी बेसिक ट्रेनिंग 6 महीने की होती थी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में यह कहा गया है कि जो सैनिक 6 महीने की ट्रेनिंग किया है वाह पूर्णता तैयार होता है कि वह सारे हथियारों का प्रशिक्षण उसका उपयोग कुशलतापूर्वक बॉर्डर एरिया में कर सकता है यदि यह बात ठीक है तो आज 70 सालों से फौज के अंदर जो ट्रेनिंग प्रक्रिया लागू है जो चल रही है वह क्या गलत चल रही थी आज राजनाथ सिंह नई प्रशिक्षण प्रक्रिया से देश के नौजवानों धोखा कर रहे है
जवाहर बाल मंच के स्टेट चीफ कोऑर्डिनेटर तारिक अनवर ने कहा कि वास्तविक दृष्टिकोण से देखा जाए तो साडे 17 साल की उम्र में बच्चे स्कूल से निकलते हैं उन्हें सैनिक की जीवन में सैनिक की कड़ी परिश्रम में ट्रेनिंग प्राप्त करने में कम से कम 9 महीने लगेंगे आज थल सेना के अंतर्गत बहुत से यूनिट आती है जिसमें आर्टलरी इन्फेंट्री एमसी आर्म्ड फोर्स इंजीनियरिंग कोर और कई ऐसी यूनिट्स आती है जिसमें टेक्निकल प्रशिक्षण की आवश्यक पढ़ती है बिना टेक्निकल प्रशिक्षण के यह संभव नहीं है कि आधुनिक हथियार टेक्निकल प्रशिक्षण बिना प्राप्त की है देश के नौजवान उन चीजों का उपयोग युद्ध में दुश्मनों से लड़ने के लिए कर सकते हैं आज इस घोषणा में यह कहा गया है कि उन्हें डिग्री सर्टिफिकेट डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाएगा तो यह सोचने की बात है कि एक डिप्लोमा करने के लिए कम से कम 3 वर्ष डिग्री के लिए 4 वर्ष लगता है तब वह एक इंजीनियर बनता है राजनाथ सिंह कौन सी ट्रेनिंग देंगे कि 3 साल और 4 साल का जो ट्रेनिंग है वह 10 हफ्तों में कर देंगे आज के हमारे देश के नौजवानों को वह क्या प्रशिक्षण देंगे की जो प्रशिक्षण हमारे देश के सैनिक 2 साल में और 9 महीने में लिया करते हैं वाह उन्हें 10 हफ्ते में दे देंगे यह बहुत गलत डिसीजन है
उनके प्रेस वार्ता जो घोषणा की है उसमें यह कहीं भी स्पष्ट नहीं किया गया जो सैनिक की बहाली अग्निवीर के रूप में होगा उन्हें मेडिकल सुविधा स्थाई सैनिकों को जिस तरीके से दी जाती थी 4 वर्षों के उपरांत वह सुविधा उन्हें भी मिलेगी जो सैनिक अग्निवीर के रूप में भर्ती हैं प्रशिक्षण के दौरान यदि उन्हें किसी प्रकार की चोट लग जाती है तो उसे जो अस्थाई सैनिक है उनके मुकाबले उनके बराबर की मेडिकल सुविधा दी जाएगी या नहीं दी जाएगी इसकी घोषणा उनके प्रेस वार्ता में नहीं की गई है बर्दाश्त नहीं करेंगे कि आप देश की रक्षा प्रणाली को भी अनुबंध कर्मियों के सुपुर्द नहीं करें क्योंकि फौज में अनुभव बहुत बड़ी जरूरत होती है जो अनुभव प्राप्त सैनिक है जंग के दौरान उन्हें नुकसान कम पहुंचता है और कम कैजुअल्टी होती है वनस्पति नई ट्रेनिंग प्राप्त सैनिकों की
बरकट्ठा विधानसभा प्रभारी राजकुमार यादव जी ने कहा कि यह हरगिस बर्दाश्त नहीं करेंगे कि देश की रक्षा मंत्री हमारे देश के नौजवानों के साथ एक्सपेरिमेंट करें और जब वह जवान पूरी तरह से फौज के माहौल में 4 वर्ष के अंतराल ढल जाए जब वह बालिक हो जाएं तब आप उन्हें नौकरी से निकाल दें
राजनाथ सिंह जी मोदी जी आपके प्रेस वार्ता में कहा गया है कि जवान 4 साल के बाद जब रिटायर करेंगे तो उन्हें आप डिप्लोमा डिग्री के सर्टिफिकेट देंगे जिससे वह सिविल एरिया में कहीं भी नौकरी प्राप्त कर सकें तो पूछता है भारत पूछता है देश का नौजवान पूछता है देश का बेरोजगार 4 साल में फौज के अंतर्गत हथियार चलाने की ट्रेनिंग के अलावा आप कौन सा प्रशिक्षण देंगे कि वह उसका उपयोग बेरोजगार होने पर कर सके
२ वायु सेना:-वायु सेना के अंतर्गत टेक्निकल ट्रेनिंग 2 वर्ष की हुआ करती है वायु सेना में जो सैनिकों की भर्ती होती है उनका प्रशिक्षण टेक्निकल ग्रुप में हुआ करता है वह टेक्निकल ग्रुप में 2 साल कड़ा प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत देश की रक्षा और देश की सेवा करने के लिए तैयार हो जाते हैं उन्हें 2 साल के अंतर्गत सभी प्रकार के लड़ाकू विमान इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल कई प्रकार की ट्रेनिंग तैयार किया जाता है लेकिन यह सोचने की बात है आज हमारे रक्षा मंत्री उन्हें 10 हफ्तों में 2 साल की ट्रेन दे देंगे यानि कहने का मतलब यह है हमारा नौजवान 10 हफ्तों में लड़ाकू विमान बनाना सीख जाएगा इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिकल का काम 10 हफ्तों में पूरी तरह सीख जाएगा राजनाथ सिंह जी देश कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा देश को चलना बेवकूफ बनाने का काम बंद करें जब देश का जवान बालिक होकर जब उसकी उम्र शादी की होगी तब आप उसे बेरोजगार कर रहे हैं यह सोचने का विषय है उनका भविष्य आप और अंधकार में कर रहे हैं जब देश के नौजवानों के पास अपना कैरियर की शुरुआत करने का समय स्कूली शिक्षा प्राप्त होने के बाद उनकी उम्र 17 साल होती है उसी समय हमारे देश के बेरोजगार नौजवान अपनी लाइफ को सेट करने की चिंता में पड़ जाते हैं जब वह 4 साल नौकरी करने के उपरांत बेरोजगार हो जाएंगे तब वह नौजवान क्या करेंगे राजनाथ सिंह जी जब आप अनुबंध पर नौजवानों की सेना में भर्ती कर रहे हो तो आप ही स्पष्ट करें कि 4 साल के उपरांत उन नौजवानों को नहीं और नौकरी प्रदान करेंगे और जो नौजवान 4 साल के अंदर ड्यूटी के दौरान अपंग मेडिकल हैंडिकैप्ड हो जाए उन्हें अस्थाई सैनिकों के बराबर सारी सुविधाएं दी जाएगी क्योंकि वह जवान साल की उम्र में वह अपंग हो जाता है ड्यूटी के दौरान तो वह रिटायरमेंट के बाद यानी कि जब उसकी उम्र 21 साल हो गए तो क्या करेगा क्या जिंदगी आपके दिए हुए 11 लाख ₹70 हजार में गुजर जाएगी क्या हुआ उन पैसों से अपने परिवार का पालन पोषण जिंदगी भर कर पाएगा
राजनाथ सिंह जी आपने जो बयान प्रेस वार्ता में दिया है कि जो सैनिक की उम्र 35 साल हो गई है उसके मुकाबले 18 साल का सैनिक ज्यादा जोश के साथ सेना में काम करेगा महाशय मैं आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करना चाहता हूं कि 35 साल का जो सैनिक देश की सेवा में खड़ा है वह अपने अनुभव से अपनी कार्यशैली अपनी कुशलता के बदौलत माइनस 10 डिग्री टेंपरेचर सियाचिन बॉर्डर में परसों के बीच में खड़ा रहता है क्योंकि उसे अनुभव हो जाता है कि किस प्रकार में बर्फ में निराकर अपने देश की सेवा और दूसरे देश से आ रही गतिविधियों पर नजर रखता आतंकवादियों से लड़ सकूं देश को चलने का काम मोदी जी राजनाथ सिंह जी नहीं चलेगा देश की जनता यह कतई बर्दाश्त नहीं करेगी कि आप सेना में भी अनुबंध कर्मियों के तौर पर सैनिकों की बहाली करें हम आपसे हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि आपने रेलवे बेचा भेल बेचा देश की सारी संपत्ति को बेचा कम से कम फौज को तो छोड़ दें
३) जल सेना:- जल सेना के अंतर्गत की वही सब पथरिया आते हैं आज हमारे नेवी के जवान समुद्री इलाकों में समुद्र के अंदर तैनात होकर जल मग्न होकर जल में रहकर देश के एक तिहाई जगह बॉर्डर इलाके की रक्षा करते हैं.इस सत्याग्रह कार्यक्रम में मांडू प्रखंड के कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सिंह रामगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष वसीम अंसारी अल्पसंख्यक विभाग के जिला महासचिव मोहम्मद मिस्टर सेवादल के भीम साहू जी रामगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी महिला विंग की जिला अध्यक्ष अनु विश्वकर्मा युवा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष सागर महतो युवा कांग्रेस के पूर्व जिला उपाध्यक्ष देवलाल जी एवं सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता गण मौजूद थे।