पलामू में सामंती प्रथा को लागू कराना चाहते हैं एसपी – रबीन्द्र
मेदिनीनगर: पलामू जिले की विभिन्न थाना क्षेत्रों में दलित समुदायों पर हो रहे अत्याचार एवं पुलिस की लापरवाही के खिलाफ वाम संगठन ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष उग्र प्रदर्शन कर धरना दिया। धरना को संबोधित करते हुए माले के राज्य कमेटी सदस्य रविंद्र भुइयाँ ने कहा कि भारत में शुरुवाती से ही सामंती वर्चस्व स्थापित रहा है।सामंती वर्चस्व को मिटाने के लिए कई लोगों की शहादते भी हुई है।इसके बावजूद आजादी के 75 वर्ष के बाद भी दलितों पर चौतरफा हमला पलामू जिला में बढ़ रहे हैं। और पलामू एसपी जिला में पुनः सामंती प्रथा को बढ़ावा देकर सामंती प्रथा को लागू कराना चाहते हैं।जिसके खिलाफ वाम संगठन चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी। उन्होंने कहा कि पलामू एसपी दलितों पर हो रहे अत्याचार पर चुप्पी साधे हुए हैं ।इनके रहते हुए पलामू के दलितों का कल्याण नहीं हो सकता है। इसलिए राज्य सरकार अभिलंब एसपी के तबादला करें। शत्रुघन कुमार शत्रु ने कहा कि हाल के दिनों में पलामू के दलित समुदायों पर जुल्म की कई घटनाएं तेजी से बढ़ी है।29 मई को चैनपुर के बरांव में भुइयां जाति के साथ मारपीट की गई। व 9 मई को नौडीहा बाजार प्रखंड के डुमरी गांव के ललन पासवान के घर को दिनदहाड़े बुल्डोजर से ढाह दिया गया।20 मार्च को पड़वा प्रखंड के बटसारा गांव में दलित जाति के साथ मारपीट व घर में लगे बोलेरो गाड़ी को तोड़ दिया गया।18 जून को छतरपुर का सडमा गांव में गुलाबचंद कॉलेज के बगल में दलित लड़की के साथ छेड़खानी किया गया। विरोध करने पर बेल्ट से निर्मम पिटाई की गई। और पुलिस इन आरोपियों पर अभी तक कोई करवाई नहीं कर पाई है। रामराज्य पासवान ने कहा कि पलामू के अलग-अलग हिस्सों में दलित आदिवासी समुदाय पर लगातार हमला बढ़े रहे हैं।उपरोक्त घटनाओं में पुलिस निष्पक्ष जांच करने दोषियों को गिरफ्तार करने के बजाय शोषित उत्पीड़ित होने वाले पर ही उल्टा मुकदमा कर आरोपित के पक्ष में खड़ी है। झारखंड की जनता ने रघुवर सरकार को हटाकर हेमंत सरकार पर भरोसा की थी। कि प्रशासनिक महकामा निष्पक्ष जांच कर आरोपियों पर करवाई करेंगी। परंतु इस सरकार में भी रघुवर सरकार की तरह ही पुलिस प्रशासन काम कर रही है। निर्दोष असहाय लोगों को फंसाया जा रहा हैं। झूठा मुकदमा कर निर्दोष लोगों को जेल भेजा जा रहा है। और दोषियों पर कार्रवाई करने के बजाय पक्ष में खड़ा होकर पुलिस वकालत कर रही है। एपवा के दिव्य भगत ने कहा कि पलामू जिला में महिलाओं पर हो रहे जुल्म और अत्याचार पर भी पुलिस चुप्पी साधी हुई है। चैनपुर के पावपहाड़ी सहित सभी घटनाओं के दोषियों को अविलंभ गिरफ्तार करों।निर्दोष लोगों पर किए गए झूठा मुकदमा जल्द वापस लो।इस मौके पर सभी घटनाओं के उत्पीड़ित व उनके परिजनों के साथ भाकपा माले के राज्य स्थाई कमेटी सदस्य रविंद्र भुइयां, झारखंड राज्य दिहाड़ी मजदूर यूनियन के राजीव कुमार,एससी एसटी ओबीसी माइनॉरिटी मोर्चा के रवि पाल ,जन संग्राम मोर्चा के बिरजनंदन मेहता,झारखंड क्रांति मंच के शत्रुघन कुमार शत्रु, हुल झारखंड क्रांति दल के राजेंद्र राम,आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ,ऐपवा के दिव्या भगत,रसोइया संघ के अनिता देवी,अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदीप विश्वकर्मा, झामस के रामराज्य पासवान,ललन प्रजापति सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।