एनटीपीसी और जेएसपीएल के खिलाफ विस्थापितों ने रसदा में की बैठक

विस्थापितों के नौकरी और मुआवजे की मांग पर होगा आंदोलन :  झरि मुंंडा

भुरकुंडा (रामगढ़)।  रसदा गांव स्थित देवी मंडप परिसर में शुक्रवार को विस्थापित प्रभावित ग्रामीणों नेे बैठक की। जिसमें एनटीपीसी द्वारा रसदा गांव से हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन तार पार किया जाने का पुरजोर विरोध किया गया। कहा गया कि अगर कंपनी ग्रामीणों की मांगो पर विचार नहीं करती है तो आरने वाले दिनों में पारंपरिक हथियार के साथ ग्रामीणों कंपनी के विरोध में उतरेंगे। कहा गया कि कंपनी ने बलकुदरा ग्राम में 192.85 एकड, रसदा की 147.85 एकड़ और जयनगर की 93 एकड़ जमीन अधिग्रहित कर ली है। अधिग्रहित जमीन मालिकों को कंपनी पहले नौकरी और मुआवजा दें। जब तक ग्रामीणों की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा नहीं मिलेगा काम नहीं करने देंगे। बैठक को संबोधित करते हुए विस्थापित नेता सह पूर्व जिप सदस्य झरि मुंडा ने कहा कि एनटीपीसी अपने यहां स्थानीय प्रभावित विस्थापित 75 प्रतिशत ग्रामीणों को नियोजन नीति बनाकर नौकरी दे। अगर कंपनी ग्रामीणों की मांग पर विचार नहीं करती है तो रेलवे लाइन और हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन तार का काम नहीं होने देंगे। इसके साथ ही जिंदल कंपनी रसदा के ग्रामीणों को जॉब कार्ड देकर ठगने का काम किया है। जबतक जॉब कार्डधारियों को मासिक वेतन और नौकरी नहीं दी जाती है, तो कंपनी का काम ठप करा देंगे। बैठक की अध्यक्षता अनिल सिंह, संचालन विकास मुंडा और लालचंद साहू ने संयुक्त रूप से किया।  मौके पर कुलदीप यादव, रविंद्र कुमार यादव, विजय सोनी, रवि करमाली, चंदन, सागर सोनी, अनिल सोनी, अनिल मुंडा, शत्रुंजय मुंडा, आकाश अग्रवाल, रामविलास मुंडा, शांति देवी, सुनीता देवी, यशोदा देवी, पनवा देवी, अनीता देवी, चिंता देवी, सरिता देवी, ललिता देवी, सुमित्रा देवी सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।