शपथग्रहण समारोह में पर्यावरणविद कौशल ने कहा  छह बार से प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं हमारे परिवार के सदस्य

 

मेदिनीनगर :छतरपुर अनुमंडल के डाली बाजार पंचायत सचिवालय में उप मुखिया का चुनाव एवं शपथग्रहण समारोह किया गया।इसमें विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने कहा कि डाली पंचायत में लगातार तीसरी बार हैट्रिक एक ही परिवार के सदस्यों ने मुखिया और उपमुखिया का चुनाव जीत कर कीर्तिमान स्थापित किया है। पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि आजादी से अब तक झारखंड में आठ बार पंचायत का चुनाव हुआ है।जिसमें छ:ह बार हमारे ही परिवार के सदस्य मुखिया और उपमुखिया रहे हैं।इसबार जिला परिषद सदस्य भी चुने गए हैं।उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहला और दूसरा पंचायत चुनाव बड़े पिता स्व कृष्ण साव मुखिया चुने गए थे।तीसरी बार में बड़े भैया स्व नंदकिशोर प्रसाद मुखिया बने थे।झारखंड में करीब 33 वर्ष बाद हुए पंचायत चुनाव में पर्यावरणविद कौशल किशोर जयसवाल के छोटे पुत्र अमित कुमार जायसवाल 2010 में मुखिया चुने गए थे।2015 में दोबारा मुखिया भारी मतों से चुने गए थे।वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि 2022 में डाली पंचायत का मुखिया पद महिला के लिए सुरक्षित कर दिया गया।तब दो बार लगातार मुखिया रहे अमित कुमार जायसवाल ने छतरपुर पूर्वी से जिला परिषद का चुनाव लड़कर जीत हासिल किया। वहीं अमित की मां पूनम जायसवाल वहां की मुखिया बनकर शपथ ली। इसतरह जायसवाल परिवार ने अबतक छह बार मुखिया बनकर एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया है। कौशल ने कहा वे केवल अपने परिवार के लिए ही नहीं काम किया।बल्कि उनके साथ तीन पीढ़ी से जुड़े अफजाल अंसारी के परिवार को भी लगातार तीन बार से उपमुखिया का पद जीता कर मिसाल कायम किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में जनता से मिली अपार सहयोग और समर्थन के बदौलत उन्होंने विरोधियों के ओछी हरकत और नापाक इरादे के बाद भी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सभी पदों को अपने नाम कर विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया। 

ग्राम पंचायत डाली बाजार के मुखिया सह संस्था के प्रधान सचिव पूनम जायसवाल ने शपथ ग्रहण करने के बाद ग्रामीणों से आग्रह किया कि पंचायत के विकास के लिए सभी मिलकर काम करें।ताकि यहां का सर्वांगीण विकास हो सके। उप मुखिया अफजल अंसारी की पत्नी नगीना खातून ने कौशल के प्रति आभार जताते हुए अपने जीत का श्रेय पर्यावरणविद को दिया। उन्होंने वहां के ग्रामीणों को एक साथ मिलकर पंचायत के विकास में लगने का आह्वान किया।