रामगढ़ : जिला पुलिस अवैध कारोबारियों पर क्यों नहीं कर रही कार्रवाई ?

जिला में कोयला, बालू और कबाड़ी का धंधा है जारी

जिला के कुज्जू और घाटो क्षेत्र से चल रहा है कोयला का अवैध कारोबार

जिला में चल रहे अवैध ईंट भट्ठा को क्यों नहीं ध्वस्त करवा रहा प्रशासन

भुरकुंडा क्षेत्र से चल रहा है बड़े पैमाने पर कबाड़ी का अवैध कारोबार

रामगढ़। जिला में पिछले ढाई वर्षो से कोयला बालू पत्थर और कबाड़ी का अवैध कारोबार जोर शोर से चल रहा है। जिला में अवैध कारोबार को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन दिखावे के लिए कार्य कर रही है। जिला में लगभग डेढ़ सौ अवैध ईंट भट्टों पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है।जहां बड़े पैमाने पर अवैध कोयला का उपयोग किया गया है। ऐसा नहीं कि पुलिस प्रशासन के पास ईट भट्ठा के संचालकों के नाम और पते नहीं है। आखिर क्या कारण है कि पुलिस इन पर कार्रवाई करने से बच रही है। जिला खनन पदाधिकारी क्यों नहीं इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं। आज भी ईट भट्टों से अवैध कोयला का कारोबार चल ही रहा है। इसके बावजूद रामगढ़ जिला के कुज्जू और घाटो थाना क्षेत्र से कोयला का अवैध कारोबार चल रहा है। मांडू सर्किल के कुज्जू और घाटों क्षेत्र से कौन कोयला का अवैध कारोबार कर रहा है। यह सभी को मालूम है। यहां तक की सीआईडी ने भी कोयला के अवैध कारोबारियों के नामों की जानकारी सरकार को दिया है। आज भी कुजू ओपी क्षेत्र के लोहा गेट क्षेत्र से कोयला का अवैध कारोबार चल रहा है। यहां से बालेश्वर मेहता और अमित सिंह नाम का व्यक्ति कोयला का अवैध कारोबार कर रहा है। इसके पीछे कुछ सफेदपोशो का भी हाथ है। ऐसे फिलहाल रामगढ़, रजरप्पा और गोला थाना क्षेत्र से भी कोयला का चोरी-छिपे अवैध कारोबार चल रहा है। गलती से कभी गाड़ी पकड़ा जाता है।

जिले में कबाड़ी का चल रहा है बड़े पैमाने पर कारोबार

रामगढ़ जिला में कबाड़ी का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है। जिला में लगभग 100 स्थानों पर कबाड़ीयों का दुकान धड़ल्ले से अवैध लोहे की खरीदारी कर रहा है। केवल रामगढ़ सारी क्षेत्र में ही कबाड़ी के छोटे बड़े दर्जनों दुकान चल रहे हैं। लेकिन कबाड़ी के अवैध कारोबार का मुख्य केंद्र जिला का पतरातु थाना क्षेत्र बना हुआ है। पतरातू थाना क्षेत्र के भुरकुंडा ओपी क्षेत्र से कबाड़ी का अवैध कारोबार चरम पर पहुंचा हुआ है। रोजाना इस क्षेत्र से चार से पांच ट्रक अवैध लोहा बाहर निकाला जा रहा है। बरकाकाना और भुरकुंडा ओपी क्षेत्र अवैध लोहा के कारोबार का स्वर्ग माना जाता है। यहां से बड़े पैमाने पर सीसीएल और रेलवे के चोरी के लोहे खरीदे और बेचे जाते हैं। जिला के कुज्जू ओपी क्षेत्र से भी कबाड़ी का अवैध कारोबार जोर-शोर से चल रहा है। सबसे आश्चर्य की बात है कि लोहे का कबाड़ी का धंधा स्थानीय पुलिस के संरक्षण में सरेआम चल रहा है। जिसके कारण कबाड़ी का काम करने वाले लोग धड़ल्ले से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। जिले में यह कहावत पूरी तरह फिट हो रही है कि “सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का”।