श्री अग्रसेन स्कूल में तंबाकू उन्मूलन पर कार्यक्रम
तंबाकू का शौक : किश्तों में मौत” पर नाटक मंचन
भुरकुंडा(रामगढ़)। जिले के धूम्रपान मुक्त जिला घोषित होने के बाद अब तंबाकू मुक्त जिला बनाने की मुहिम के तहत शनिवार को श्री अग्रसेन स्कूल, भुरकुंडा में तंबाकू उन्मूलन के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि रामगढ़ जिला परिषद उपाध्यक्ष रीता देवी, मुख्य वक्ता रामगढ़ सिविल सर्जन डाॅ प्रभात कुमार, पूर्व जिप उपाध्यक्ष मनोज राम, प्राचार्या नीलकमल सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने ‘तंबाकू का शौक, किश्तों में मौत’ विषय पर नाटक मंचन करते हुए तंबाकू सेवन के दुष्परिणाम से अवगत कराया। तंबाकू को गंभीर बीमारियों का कारक बताते हुए तंबाकू का त्याग कर जिंदगी चुनने की अपील की।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि रीता देवी ने कहा कि नशा पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है। तंबाकू का सेवन करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन के साथ खिलवाड़ करता है, बल्कि परिवार व समाज के लिए भी बीमारियों का खतरा पैदा करता है। इसलिए लोग जिंदगी को अपनायें, तंबाकू को नहीं। उन्होंने कहा कि यदि मजबूत इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ें, तो कोई भी नशा छोड़ सकते हैं। नशा करना लाइफ स्टेटस नहीं है। लोग अच्छी नजर से नहीं देखते हैं।
मुख्य वक्ता डाॅ प्रभात कुमार ने कहा कि आजकल सिर्फ बुजुर्ग व युवा ही नहीं, बल्कि बच्चों को भी तंबाकू सेवन की लत लग गई है। इसके सेवन से गंभीर बीमारियां होती है। यह शारीरिक, मानसिक के साथ आर्थिक नुकसान भी पहुंचाता है। पहले तो हम तंबाकू खाने के लिए उसे खरीदने में पैसा लगाते हैं, फिर बाद में बीमारियों के इलाज में। इसलिए तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन न करें। उन्होंने कहा कि बच्चे ऐसे विषयों पर समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। बच्चे परिवार व मुहल्ले के लिए ब्रांड एंबेसडर होते हैं। नशा उन्मूलन के संदेश को घर-मुहल्ले तक जरूर ले जायें। नाटक में चारुलता रानी, जीशान खान, सौरव कुमार, प्रतीक कुमार, विंध्याचल कुमार, सुधांशु कुमार ने परफॉर्म किया।
तंबाकू की लत से बचने के लिए सतत प्रयास करें
डाॅ कुमार ने तंबाकू की लत बचने के तरीके भी बताये। कहा कि तंबाकू छोड़ने के लिए लगातार प्रयास करे। तंबाकू से बने सभी उत्पादों को अपने पास से हटा दें। सप्ताह में एक-दो दिन बिना तंबाकू सेवन के रहने की आदत डालें। दिनचर्या को बदले व मॉर्निंग वाॅक करें। ऐसे लोगों से दोस्ती करें जो इसे छुड़ाने में आपकी मदद करें। अपने पास सौंफ, लांग, इलायची आदि रखें। तलब लगने पर पानी पीएं। लंबी सांस लें। तंबाकू उपयोग करने में देरी करें। अपना ध्यान दूसरी ओर लगाए। इरादे को मजबूत बनाएं।
तंबाकू छोड़ते ही दिखने लगता है फायदा
डाॅ कुमार ने कहा कि तंबाकू में निकोटीन, नाइट्रोसामाइंस, बेंजोपाइरींस, आर्सेनिक, क्रोमियम आदि तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। तंबाकू छोड़ने के कुछ समय बाद ही बढ़ी हुई धड़कन व बीपी सामान्य होने लगती है। 12 घंटे में रक्त में कार्बन मोनाऑक्साइड का स्तर घटने लगता है। 48 घंटे में मुंह का टेस्ट व सूंघने की क्षमता बेहतर होने लगती है। दो-तीन सप्ताह में हार्ट अटैक का खतरा कम होने लगता हैं। ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। फेफड़ों की कार्यप्रणाली बेहतर होने लगती है। सांस का फूलना कम होता है। एक साल में हृदय की धमनियों से जुड़ा खतरा घटकर आधा हो जाता है।