वामपंथियों ने सेना में संविदा पर बहाली को रद्द करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा

मेदिनीनगरआज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव रुचिर कुमार तिवारी, नौजवान संष के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर शेखर तिवारी, अभय कुमार, एआईएसएफ के जिला सचिव मृत्युंजय तिवारी, हरी राम, दशरथ राम, सोहेल अख्तर, श्रद्धानंद तिवारी, धीरज दुबे, धीरेंद्र पांडे सहित कई छात्र नौजवानों ने सेना में लागू किया गया 4 साल के लिए संविदा पर बहाली को रद्द करने को लेकर पलामू उपायुक्त को महामहिम राष्ट्रपति के नाम से मांग पत्र सौंपा गया।

जहां पर पलामू उपायुक्त से बातचीत हुई और भाकपा जिला सचिव रुचिर कुमार तिवारी ने बताया कि देश के छात्र नौजवानों को भाजपा की केंद्र सरकार कॉर्पोरेट कंपनियों के हाथों गुलाम बनाना चाहती है, और इसी के तहत यह संविदा की बहाली लाया गया। देश के आंतरिक सुरक्षा में भी खतरा उत्पन्न होगा। और आने वाले समय में 4 साल के बाद जब नौजवान घर आएंगे तो उनकी समक्ष रोजगार की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाएगी और ऐसी परिस्थिति में वे कुछ भी करने को विवश हो जाएंगे। हमारा देश पहले से ही नक्सलवाद जैसी समस्या से जूझ रहा है और ऐसी परिस्थिति में यह स्कीम पढ़े-लिखे सेंड किए हुए लड़के को मजबूरन रोजगार हथियार उठाना भी पड़ जाएगा। क्योंकि एक पुरानी कहावत है कि भूखे भजन न होय गोपाला। और भूख के आग के सामने सभी लोग विवश हो जाते हैं। अगर मोदी सरकार को देशभक्ति की इतनी चिंता है तो सरकार देश के सभी नागरिकों के एक घर से सेना भर्ती अनिवार्य कर दे । लेकिन ऐसा करने से सरकार परहेज करेगी क्योंकि फिर सरकार के बड़े अधिकारी मंत्री और उनके बेटे को भी सेना में जाना पड़ेगा। मांग पत्र में सेना की पहले की भर्ती प्रक्रिया को सही बताया गया और उसी के साथ पुनः भर्ती लेने के लिए कहा गय