आखिर प्रशासन ने क्यों नहीं की इस घटना से निपटने की तैयारी
उपद्रवियों की संपति जब्त कर हो नुकसान की भरपाई
रांची। राजधानी रांची में हुए उपद्रव, पत्थरबाजी और आगजनी की घटना पर सांसद संजय सेठ ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। सांसद ने कहा कि आज जो कुछ भी हुआ, उसका पूर्वानुमान पहले से था। 2 दिन पूर्व से आज की बंदी को लेकर पर्चे बांटे जा रहे थे। घोषणाएं की जा रही थी, तब प्रशासन ने इसकी मुकम्मल तैयारी क्यों नहीं की? इसका जवाब प्रशासन को, राज्य सरकार को जनता को देना चाहिए।
श्री सेठ ने कहा कि रांची के मेन रोड में आज इस तरह की घटना हुई, वह कोई सामान्य घटना नहीं है। बिना पूर्व की तैयारी के ऐसी घटना अचानक नहीं हो सकती है। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण नहीं, पूरी तरह से राज्य सरकार और प्रशासन की विफलता का परिणाम है। सांसद श्री सेठ ने कहा कि बिना किसी लाग लपेट के राज्य सरकार और प्रशासन के द्वारा उपद्रवियों पर ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए। उनकी संपत्ति जप्त की जानी चाहिए और उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। जितना भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई उन सब लोगों से की जानी चाहिए, जिन्होंने इस बंदी को समर्थन दिया था। जिन्होंने बंदी कॉल किया था और फिर जिन लोगों ने इस उपद्रव में हिस्सा लिया।
इतने बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मी घायल हुए, आम लोगों के दुकानो पर हमले हुए, संकट मोचन मंदिर पर हमले किए गए, पत्थरबाजी हुई और प्रशासन मूकदर्शक बैठा रहा।
श्री सेठ ने कहा कि जब इस बात का पूर्वानुमान था तो फिर प्रशासन को मेन रोड में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल उपलब्ध कराने चाहिए था परंतु दर्जनभर पुलिस कर्मियों को भेजकर प्रशासन ने अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। यह कोई छोटी मोटी घटना नहीं है। राज्य सरकार को इस मामले में झारखंड की जनता को जवाब देना चाहिए और प्रशासन को भी यह मानना चाहिए कि यह उनका उनकी असफलता है। उनके सूचना तंत्र की असफलता है। सरकार अविलंब दोषियों पर कार्रवाई करें।