गंभीर हालत में अच्छे इलाज के लिए रिम्स किया गया रेफर
नक्सली संगठन पीएलएफआई ने घटना के लिए जिम्मेवारी
रांची। झारखंड में अपराधियों को लगता है कि पंख लग गए हैं। लगातार अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। राज्य सरकार और पुलिस महकमा घटनाओं के तरफ शायद ही ध्यान दे रहा है। जिसका परिणाम यह है कि रोजाना झारखंड के किसी न किसी जिले में हत्या और गोली चलाने की घटना घट रही है। फिर एक बार अपराधियों ने व्यवसाई को गोली मारने का काम किया है। जानकारी के अनुसार मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र के गंझूटोला के निकट सड़क बनवा रहे पेटीदार माणिक साहू को तीन अज्ञात युवकों ने गोली मार दी। यह घटना आज गुरुवार करीब 10:45 बजे की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार माणिक साहू गंझूटोला-धमधमिया रोड में एक रेलवे क्रॉसिंग के कमरे में बैठे थे। इसी बीच तीन युवक एक बाइक से आए और गोली चला दी। गोली माणिक के दाहिने पैर में लगी। गोली चलाने के बाद अपराधियों ने पिस्टल के बट से माणिक के सिर पर हमला किया। पिस्टल के बट से मारने की वजह से उनका सिर फट गया। रोकने में उनका हाथ भी जख्मी हो गया। इस घटना को अंजाम देने के बाद तीनों युवक वहां से फरार हो गए। इस घटना की जिम्मेदारी नक्सली संगठन पीएलएफआई ने ली है।
घटना के बाद वहां मौजूद लोगों के द्वारा माणिक को तुरंत डकरा स्थित सीसीएल सेंट्रल अस्पताल लाया गया। सीसीएल सेंट्रल अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद माणिक साहू को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। बताया गया कि माणिक के पैर में ही गोली फंसा हुआ है। हालांकि माणिक साहू खतरे से बाहर है।
पहले ये बताया जा रहा था कि रांची के ठेकेदार की इस घटना में संलिप्तता हो सकती है। लेकिन इस घटना की जिम्मेदारी नक्सली संगठन पीएलएफआई ने ली है। मैकलुस्कीगंज थाना क्षेत्र के गंझूटोला के निकट राज्य संपोषित योजना से सड़क का निर्माण हो रहा था। जानकारी मिली है कि कुछ दिन पहले ही अज्ञात युवक साइट पर आए थे और लेवी मांगी थी।
सूचना पाकर खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी और मैकलुस्कीगंज थाना प्रभारी राणा जंग बहादुर सिंह भी डकरा अस्पताल पहुंच कर घटना के बारे में जानकारी ली। डीएसपी नैथानी ने बताया कि लेवी के लिए गोली मारी गई है। पूर्व में भी लेवी को लेकर धमकी दी गई थी।लेकिन इसके बारें में पुलिस को जानकारी नहीं दी गई थी। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।