कुणाल षाड़ंगी ने किया विरोध, ट्वीट कर कांग्रेस से पूछा, क्या ऐसी भाषा का है समर्थन?
रांची। झारखंड में विभागीय नियम को ताक पर रखकर सरकारी अधिकारी काम न करें तो उनको गाली सुननी पड़ रही है।यहां तक कि उनको हड़काया जा रहा है।दर असल कांग्रेस नेता आलोक दूबे की एक आडियो सोशल मीडिया में जारी हुई है। जिसमें वे कथित तौर पर खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी को फोन पर न सिर्फ हड़का रहे हैं। बल्कि नियम को ताक पर रखकर मंत्री के आदेश का पालन करने की बात कह रहे हैं।इतना ही नहीं आडियो.में वे अधिकारी से अभद्र भाषा में बात करते हुए गाली गलौज कर रहे हैं। जिसका झारखंड प्रदेश भाजपा ने सख़्त विरोध किया है।प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने उस आडियो को ट्वीट करते हुए कांग्रेस से पूछा है कि क्या ऐसी भाषा को समर्थन है?
कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट में लिखा है–
” वाह रे @INCIndia @INCJharkhand ?कितनी सुशील भाषा है? सबर परिवारों को राशन समय पर नहीं मिले लेकिन विभागीय निमयों के विरूद्ध जाकर भी इनका फरमान पूरा करना होगा.
@RahulGandhi जी
@avinashpandeyinc जी
@RajeshThakurInc जी
@DrRameshwarOra1जी
क्या आप ऐसी भाषा को समर्थन देते हैं?
कुणाल षाड़ंगी ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस आडियो की पार्टी कड़ी आलोचना करती है।खुद आलोक दूबे ने ट्वीट के जवाब में ये स्वीकार भी किया है कि आवाज़ भी उनकी ही है।ऐसे में आलोचना और पुख़्ता हो जाती है।कुणाल षाड़ंगी ने प्रेस बयान में कहा है कि आखिर कोई अधिकारी कैसे बगैर अप्रूवल के काम करेगा?एक तो गलत तरीके से नियम के विरूद्ध काम करने का दबाव और साथ ही गाली गलौज करना दर्शाता है कि किस तरह कांग्रेस के नेता बेलगाम हो रहे हैं।कांग्रेस को इस पर अविलंब कार्रवाई कर इसे परिपाटी बनाने से रोकना चाहिए।