पतरातू में विस्थापितों ने बैठक कर फूंका आंदोलन का बिगुल

अधिग्रहित जमीन पर अब हल चलाएंगे विस्थापित : झरि मुंडा

कंपनियों पर रोजगार और सुविधाओं के नाम पर ठगने का आरोप
विस्थापित-प्रभावितों ने शोषण की कही बात

पतरातू : एनटीपीसी और जेएसपीएल कंपनी के खिलाफ क्षेत्र के विस्थापित और प्रभावित मुखर होकर अब जोरदार आंदोलन छेड़ने की बात कह रहे हैं। कंपनियों पर जमीन अधिग्रहण करने के बावजूद रोजगार और सुविधाओं के नाम पर छलने का आरोप लगाया जा रहा है।

पतरातू के जयनगर उपर टोला में रविवार को ग्रामीणों की बैठक सागर सोनी की अध्यक्षता और सरफराज अहमद व अजय मुंडा के संचालन में हुई। बैठक का नेतृत्व मुख्य रूप से उपस्थित पूर्व जिला पार्षद झरि मुंडा ने किया। बैठक के दौरान पीवीयूएनएल -एनटीपीसी (पूर्व में पीटीपीएस) और जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट द्वारा किये गये भूमि अधिग्रहण और उसके एवज में विस्थापितों को रोजगार और अन्य सुविधाओं पर गंभीरता से चर्चा की गई। ग्रामीणों ने कहा कि विकास और रोजगार के नाम पर जमीन अधिग्रहण कर कंपनियों की स्थापना कर दी गई। वर्षों बाद भी सभी विस्थापितों को रोजगार नहीं मुहैया कराया गया है। 60 वर्षों से विस्थापितों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। क्षेत्र का विकास वहीं का वहीं थमा हुआ है।

ग्रामीणों ने कहा कि कुछेक संगठन विस्थापितों को झांसा देकर प्रबंधन के लिए काम कर रहे हैं। ग्रामीण इसे भलीभांति समझ भी रहे हैं। अब इन कंपनियों के खिलाफ जमीन की लड़ाई लड़ी जाएगी। कहा कि जिंदल कंपनी ने छल करके कई ग्रामीणों का जमीन हथिया चुका है। कई विस्थापितों को अबतक रोजगार से वंचित रखा है। इसकी शिकायत शासन से लेकर प्रशासन तक से की गयी। बैठक में एनटीपीसी के रेल लाईन विस्तार का विरोध किया गया।

क्या कहते हैं पूर्व जिला पार्षद झरि मुंडा

बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित पूर्व जिला पार्षद सह विस्थापित नेता झरि मुंडा ने झारखंड संदेश को बताया कि यहां स्थापित एनटीपीसी और जिंदल कंपनी विस्थापितों को छलने और शोषण करने का काम करती आ रही है। बड़ी संख्या विस्थापितों को रोजगार से वंचित रखा गया है। जॉब कार्ड थमा कर ठगा जा रहा है। विस्थापित गांवों में विकास कार्य लंबे समय से ठप है। ग्रामीण सुविधाओं से भी वंचित हैं। कहा कि अब ग्रामीण संयुक्त रूप से आंदोलन करेंगे। मेरा नेतृत्व नहीं, बल्कि अब विस्थापित अपना नेतृत्व खुद करेंगे। कानून के तहत आंदोलन करते हुए अब अपनी अधिग्रहित जमीन पर हल चलाएंगे। अब और शोषण नहीं झेलेंगे। अपनी जमीन अब वापस लेकर रहेंगे।

 बैठक में ये थे मौजूद :

बैठक में विजय सोनी, राजकुमार पांडेय, आशीष सोनी, कुलदीप यादव, राधेश्याम मुंडा, धोरण मुंडा, महानंद सुनार, राधो मुंडा,  एक्टिवा मुंडा, अनिल सोनी, शकील अंसारी, प्रयाग मुंडा, धनेश गोप, प्रदीप मुंडा, दिलकश आलम, रमजान अंसारी, महेंद्र,  इस्लाम अंसारी, हजरत अंसारी, दिलीप रजक, नंदकिशोर सोनी, तनवीर राजा, अनिल शर्मा, महेंद्र मुंडा, पिंटू रजक सहित जयनगर के कई ग्रामीण पुरुष महिलाएं उपस्थित थे।