रामगढ़ जिला में सैकड़ों अवैध ईंट भट्ठा से हो रहा कोयले का कारोबार

रामगढ़ में सरकार का आदेश नहीं मानते अधिकारी

संथाल परगना में सरकार के आदेश पर डेढ़ सौ से अधिक अवैध क्रशरोंं को तोड़ा गया

रामगढ़ जिला में सैकड़ों अवैध ईंट भट्ठा से हो रहा कोयले का कारोबार

जिला पुलिस प्रशासन ईट भट्ठों पर नहीं कर रहा कार्रवाई

रामगढ़झारखंड में अवैध खनन और कारोबार को लेकर ईडी की छापामारी में खलबली मचा दिया है। ईडी की छापामारी के बाद झारखंड सरकार ने आनन-फानन में अवैध खनन और कारोबार को बंद कराने का सख्त आदेश जारी किया।

जिसका असर संथाल परगना में देखने को मिला। संथाल परगना में बड़े पैमाने पर अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए सैकड़ों बड़े क्रैशरो और अवैध खनन स्थलों को तोड़ कर ध्वस्त कर डाला। वहां व्यापक पैमाने पर सरकार के आदेश पर कार्रवाई हुई। वहीं दूसरी तरफ रामगढ़ जिले में झारखंड सरकार के आदेश पर कार्रवाई होता नहीं दिख रहा है। दिखावे के लिए बालू लदे कुछ वाहनों को पकड़कर केस दर्ज की जा रही है। जिला में अब भी कोयला,बालू और पत्थर का अवैध खनन और कारोबार जारी है। हालांकि अब मॉनसून आ चला है।जिसके कारण अवैध खनन और कारोबार स्वत धीरे-धीरे बंद हो जाएगा। जिला की उपायुक्त द्वारा अवैध खनन और कारोबार को बंद करने के लिए सख्त आदेश दिए जा रहे हैं। जिसका असर भी दिख रहा है। बालू लदे वाहनों को पकड़ा जा रहा है। लेकिन दूसरी तरफ अवैध कोयला और उससे संचालित फैक्ट्रियों और भट्टो पर कार्रवाई नहीं हो रही है। जिला में अब भी लगभग डेढ़ सौ अवैध ईट भट्ठा में अवैध कोयला का उपयोग किया जा रहा है।

जिला पुलिस प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है। घाटो थाना क्षेत्र के ईट भट्ठा पर कार्रवाई की गई है। लेकिन अवैध ईंट भट्टों को ध्वस्त करने या तोड़ने के दिशा में अब तक कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। ईट भट्ठा के चीमनियों से अब भी धुआ निकलता दिख रहा है। अब भी ईट भट्ठा में अवैध कोयला का भंडारण है। जिला के जंगली क्षेत्रों में अब भी बड़े पैमाने पर अवैध कोयला जमा है। जहां से चोरी-छिपे ट्रकों पर लादकर कोयला निकाला जा रहा है। जिला में खासकर मांडू अंचल के घाटो और कुजू थाना क्षेत्र से कोयले का अवैध खनन और कारोबार चल रहा है। कुजू थाना क्षेत्र के कर्मा इलाके में स्थित कोयला से संबंधित फैक्ट्रियों में अवैध कोयले की खरीदारी जारी है। वही कुजू के लोहा गेट क्षेत्र से बालेश्वर मेहता और अमित नामक कोयला के अवैध कारोबारी अवैध कारोबार संचालित कर रहे हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि झारखंड सरकार की सीआईडी रिपोर्ट में भी बातें कही गई है। वहीं दूसरी तरफ रामगढ़ थाना क्षेत्र में 3 दर्जन से अधिक ईट भट्ठा में अवैध कोयला की खरीदारी हो रही है। इस पर भी कार्रवाई नहीं होना कई बातों को इंगित कर रहा है।
ज्ञातव्य हो कि रामगढ़ जिला में पिछले 2 वर्ष से अधिक समय से कोयला, बालू और पत्थर का अवैध खनन और कारोबार धड़ल्ले से जारी है। जिला के कुज्जू,रजरप्पा,रामगढ़,मांडू,घाटो, भुरकुंडा, बरकाकाना एवं गोला थाना क्षेत्र से बड़े पैमाने पर कोयले का अवैध खनन और कारोबार चला है। रोजाना सैकड़ों ट्रक और हाईवा से अवैध कोयला का कारोबार चला है। हालांकि झारखंड में ईडी की कार्रवाई के बाद अवैध खनन और कारोबार पर शिकंजा कसा गया है। इसके बावजूद जिस प्रकार की कार्रवाई होनी चाहिए उस प्रकार की कार्यवाही नहीं चल रही है। अगर झारखंड सरकार और सरकारी मशीनरी सही में अवैध खनन और कारोबार को रोकना चाहती है तो उसको ईट भट्ठा और कोयला से संबंधित फैक्ट्रियों पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी। झारखंड सरकार को सीआईडी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में जिला के कई कोयला के अवैध कारोबारियों के नाम का जिक्र किया गया है। ऐसा नहीं कि जिला में पदस्थापित अधिकारी कोयला के अवैध कारोबारियों का नाम और पता नहीं जानते हैं।इसके बावजूद कोयला के अवैध कारोबारियों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होना,चर्चा का विषय बना हुआ है। आखिरकार क्यों पुलिस, प्रशासन कोयला,बालू और पत्थर के अवैध कारोबारियों को बचाने में लगा है।