रांची। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने माननीय राज्यपाल रमेश बैस के मुलाकात कर राज्य में अचानक बढ़ी राष्ट्रविरोधी और अलगाववादी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि जब से स्वार्थी तत्वों के जमघट से झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी है, तब से राज्य अशांत हो गया है। सरकार बनते ही राष्ट्र विरोधी शक्तियों के दबाव में हेमंत सरकार ने पत्थलगड़ी मामले पर केस वापस लिये।जिसके परिणाम स्वरूप इसका विरोध कर रहा है 7 आदिवासियों का नरसंहार हुआ। उस समय मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि मरने वाले भी मेरे ही हैं और मारने वाले भी मेरे ही हैं। इससे राष्ट्रविरोधी शक्तियों के मनोबल और बढ़ा। उन्होंने कहा कि जैसी सूचनाएं आ रही है इसके अनुसार झारखंड में फिर से राष्ट्रविरोधी और अलगाववादी ताकतें सक्रिय हो गई हैं। दूसरे राज्य से लगभग सैंकड़ों की संख्या में पत्थलगड़ी समर्थक खूंटी, सिमडेगा समेत अन्य क्षेत्रों में विघटनकारी गतिविधियों में लिप्त हैं। श्री दास ने सरकार से भी मांग की है कि बाहर से आए इन राष्ट्रविरोधी और विघटकारी लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें और झारखंड को बचाएं।