धूम्रपान करने वाला दूसरों को भी हानि पहुंचाता है – डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव
मेदिनीनगर: एमके डीएवी पब्लिक स्कूल में विश्व तंबाकू निषेध दिवस सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन सिविल सर्जन व अन्य ने दीप प्रज्वलन कर किया।पलामू मेडिकल कॉलेज के सीनियर डॉक्टर आशीष कुमार ने बताया कि अगर आप यह सोचते हैं कि तंबाकू या धूम्रपान करने से आपका तनाव कम हो जाएगा तो आपको गलतफ़हमी है।कुछ समय के लिए आप अपना डोपामिन लेवल बढ़ाकर सुकून महसूस कर सकते हैं किंतु फिर यह आपको अपना गुलाम बना लेगा ।वरिष्ठ चिकित्सक अनिल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इस व्यसन का प्रारंभ सुपारी से शुरू कर तंबाकू एवं धूम्रपान तक पहुंच चुका है।यह तनाव को कम करने का उपाय ना होकर केवल एक दूसरे का नकल मात्र है।नशा जब व्यक्ति को अपने आगोश में ले लेता है। तो व्यक्ति को खांसी आने लगती है और तब हमें सतर्क होकर इलाज का प्रबंध शुरू कर देना चाहिए।सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि धूम्रपान करने हेतु हम वृक्षों को काटने पर मजबूर होते हैं। जिससे वैश्विक उष्णता बढ़ती है,और कहां जाता है कि यदि रात का तापमान एक डिग्री बढ़ जाए तो गेहूं की ढाई क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार घट जाती है। जो हमें आर्थिक नुकसान की तरफ धकेलता है। धूम्रपान से हमें मुंह का,फेफड़े का ,कैंसर एवं किडनी व गर्भाशय की बीमारियों का सामना करना पड़ता है। धूम्रपान करने वाले व्यक्ति अपने साथ ही साथ दूसरे व्यक्ति को भी प्रभावित करता है। इसलिए धुम्रपान करने से लोगों को बचना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जी.एन. खान ने कहा कि किशोरों का मन कच्चा होता है।वे बुरी संगत में पड़कर धूम्रपान एवं तंबाकू जैसे नुकसानदेह वस्तुओं की गिरफ्त में आ जाते हैं। इस तरह के कार्यक्रम बच्चों को इस व्यसन से छुड़ाने में मदद करता हैं। इस अवसर पर एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी किया गया।जिसमें द्वादश के छात्र आनंद कुमार पाठक ,प्रीति रानी एवं अभय कुमार यादव विजेता रहे, जिन्हें चिकित्सकों ने पुरस्कृत किया ।
इस अवसर पर अन्य चिकित्सक डॉ सुशील कुमार,डीपीएम दीपक कुमार उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका मीनाक्षी करण ने किया।