- उरीमारी : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतिम चरण में प्रत्याशियों द्वारा पंचायत चुनाव को जीतने को लेकर पूरी ताकत झोंकी जा रही है। हर कोई एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में लगा है। कोई मोटरसाइकिल जुलूस तो कोई पैदल मार्च कर अपने शक्ति का प्रदर्शन कर प्रत्याशियों को अपनी ओर रिझाने में लगा है।
बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत उरीमारी पंचायत से मुखिया प्रत्याशी दसई मांझी एवं पंचायत समिति प्रत्याशी सिलाश देवी ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन अपने समर्थकों के साथ पंचायत के विभिन्न टोला, मोहल्ला में बुधवार को पैदल मार्च किया। पैदल मार्च उरीमारी बस्ती से शुरू हुआ। जो प्रेमनगर, हेसाबेड़ा, कांटा घर, चीफ हाउस, अफिसर कॉलोनी, थाना कॉलोनी होते हुए सी टाइप, पीला क्वार्टर, उरीमारी चेकपोस्ट कॉलोनी होते हुए अपने पंचायत स्थित चुनाव कार्यालय में पहुंचकर समाप्त हो गया। इस दौरान उरीमारी चेकपोस्ट स्थित सिदो कान्हु की आदमकद प्रतिमा का मुखिया प्रत्याशी दसई मांझी एवं पंचायत समिति प्रत्याशी सिलाश देवी ने माल्यार्पण किया। तत्पश्चात चुनावी कार्यालय में जनसभा का आयोजन किया गया। जनसभा की अध्यक्षता शनिचरवा मांझी एवं संचालन शिकारी टुडू ने किया।
सभा को सम्बोधित करते हुए मुखिया प्रत्याशी दसईं मांझी ने कहा कि पंचायत में विकास का कोई काम नहीं हुआ है। काम नहीं होने का सिर्फ बहाना बनाया जा रहा है। रोजगार के नाम युवाओं को भटकाया जा रहा है। योजनाओं के नाम पर भ्रष्टाचार कर आदिवासी समाज को छलने काम किया जाता रहा है। यहां का एकमात्र आदिवासी स्कूल तक बंद हो गया है। समाज को शिक्षा से दूर किया जा रहा है। अब के उरीमारी पंचायत लोग परिवर्तन चाह रहे हैं। कहा कि परिवर्तन से ही पंचायत में सही मायने में विकास होगा।
मुखिया प्रत्याशी दसई मांझी ने क्रम संख्या दो गुब्बारा छाप एवं पंचायत समिति प्रत्याशी सिलाश देवी ने क्रम संख्या दो बेबी वॉकर छाप पर मुहर लगाकर विजयी बनाने की अपील किया। पैदल मार्च में मुख्य रूप से दिनेश करमाली, कार्तिक मांझी, सुखू मांझी, रैना मांझी, जुगल करमाली, महावीर साव पूरन मांझी, सोहन साव, खेपन मांझी, संतोष प्रजापति, नकुल प्रजापति, जीत राम मांझी, सुखदेव मांझी, मोहम्मद सगीर अहमद, मोहम्मद शहजाद अंसारी, लालजी पवरिया, परमेश्वर सोरेन, तालो हंसदा, दीपक करमाली, कार्तिक यादव, भादो करमाली, सोलेन हंसदा, नागेश्वर करमाली, हेमलाल बेसरा, अनिल साव, प्रवेश टूडू, बुधन करमाली, टूला करमाली, अनिल साव, अशोक साव, मुकेश साव, दूधेश्वर राम, विजय मुंडा, दिनेश मुंडा, विनोद सोरेन, राजू पवरिया, विजय साव, सुबितराम किस्कू, सुजीत साव, विनोद प्रजापति, खगेश्वर साव, राजेश साव, छोटू सोनकर, मनी करमाली, प्रकाश करमाली, पिंटू कुमार, शेखर प्रजापति, बरियातू किस्कू, सोमरा पवरिया, मजूंदर किस्कू, निरंजन किस्कू, राजू टूडू, मनोज टूडू, जितेंद्र मांझी, अजय टूडू, राजा हेम्ब्रम, कृष्णा हेम्ब्रम, महेश करमाली, मैनो देवी, मूर्ति देवी, शांति देवी, पार्वती देवी, मंजू देवी, सुनीता देवी, ममता देवी, शकुंतला देवी, जागो साव, बुधनी देवी, पंचू देवी, सुमित्रा देवी, सीता देवी, तेतरी देवी, कांति देवी, गंगिया देवी, मनी देवी, दासो देवी, रतनी देवी, देवंती देवी, रेखा देवी, हरिशंकर करमाली, लक्ष्मी देवी, सोनमती देवी, झुनिया देवी, रीना देवी, चरकी देवी, आशा देवी, पनपति देवी, सुषमा देवी, सरिता देवी, माया देवी, सुमन कुमारी, संगीता देवी, मयकी देवी, सुनिया देवी, सुरजी देवी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।