पत्नी गंभीर हालत में रिम्स रेफर
भुरकुंडा में विधि व्यवस्था भगवान भरोसे
एक दिन पूर्व विवाद पहुंचा था भुरकुंडा थाना, आज दूसरे दिन पति ने फिर बेरहमी से मारा
भुरकुंडा (रामगढ़): जिला के भुरकुंडा थाना क्षेत्र में एक हैवान पति ने अपनी पत्नी को बुरी तरह से मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। भुरकुंडा सीसीएल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार जयप्रकाश नगर निवासी अनिल सोनी ने बुधवार की सुबह अपने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर पत्नी रिंकू देवी को जमकर पीटा। जब मारपीट से वह बेसुध होने लगी तो अनिल सोनी ने इंट से उसके चेहरे पर बुरी तरह से प्रहार किया।
इस दौरान मारपीट की आवाज और महिला की चीख पुकार सुन स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस और स्थानीय लोगों ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद आरोपी ने दरवाजा खोला।
पुलिस ने आरोपी अनिल सोनी को हिरासत में ले लिया। घायल रिंकू देवी को भुरकुंडा अस्पताल ले जाया गया। जहां उसका प्राथमिक उपचार कर रिम्स रेफर कर दिया गया। रिंकू देवी की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।
इधर रिंकू देवी के भाई मोहन सोनी ने बताया कि अनिल सोनी अक्सर उसकी बहन से मारपीट करता रहता है। यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है। बीते मंगलवार शाम को भी मारपीट को लेकर भुरकुंडा थाना में शिकायत की गई थी। पुलिस ने जरा भी गंभीरता नहीं दिखाई। वहां भी आरोपी को छोड़ दिया।महिला के भाई का कहना है कि कल थाना में ही आरोपी ने जान से मारने की बात कही थी। हालांकि पुलिस इससे इंकार कर रही है। अनिल और रिंकू के दो छोटे बच्चे भी बताये जा रहे हैं।
इधर, भुरकुंडा पुलिस की कार्यशैली को लेकर लोगों में भारी नाराजगी है। लोगों की मानें तो भुरकुंडा थाना को लंबे समय से आसपास रहनेवाले बिचौलिये और चमचे चला रहे हैं। जिसमें नेता, बुद्धिजीवी से लेकर कई लोग शामिल हैं। ऐसे लोगों को थाना में बेमतलब उठते बैठते और आसपास मंडराते देखा जा सकता है।
थाना पहुंचने वाले मामलों में पुलिस का हस्तक्षेप कम और इन बिचौलियों का हस्तक्षेप ज्यादा दिखता है। पुलिस भी उनके कथनानुसार ही काम करती दिखती है। क्षेत्र में अवैध धंधे और अपराध बढ़ रहे हैं। विधि व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। जिससे अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना भी लाजिमी हो गया है।
बहरहाल थाना पहुंचे रिंकू देवी के मामले पर पुलिस ने थोड़ी सी भी इमानदारी और सजगता दिखाई होती तो आज एक महिला जिंदगी और मौत के बीच नहीं झूल रही होती।