झामुमो ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर बोला हमला
रांची। झारखंड में फिलहाल राजनीतिक बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। झामुमो और भाजपा आमने-सामने हो चुकी है। दोनों राजनीतिक दल एक दूसरे के ऊपर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। झामुमो ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा पर जोरदार हमला किया है। झामुमो के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्चार्य ने कहा कि बाबूलाल के पांच विधायकों को भाजपा ने शामिल कराया था। तब से वे दसवीं अनुसूचि की बातें करते रहते थे। लेकिन आज वे फिर उसी पार्टी में गए हैं। 11 विधायकों को 2009 में तत्कालीन स्पीकर आलमगीर आलम ने दल-बदल में उनकी सदस्यता खारिज की थी।आज वही नियम जब विधानसभा न्यायीकरण में है। इसके बाद भी वर्तमान स्पीकर पर तब से ही उनका आक्रमण हो रहा है। संवैधानिक रूप से यह गलत परंपरा है। हमने देखा है कि सदन संचालन में कि विपक्ष द्वारा जितना समय मांगी जाती है। सत्ता पक्ष को दबाकर भी विपक्ष को पूर्ण संमय आवंटन करता है। यह होना भी चाहिए।क्योंकि लोकतंत्र में विपक्ष की अहम भूमिका है। मगर मानननीय आसन पर ही सवाल उठाना बहुत गलत है। भट्टाचार्य ने कहा आखिरकार बाबूलाल और उनकी टीम कहां है।उनका और उनकी टीम मेंबर का मोबाइल बंद आ रहा है।राज्य के प्रथम मुख्मयंत्री का लोकेशन ट्रेस नहीं हो रहा है तो यह बहुत गंभीर मामला है।सोशल मीडिया प्लेटफार्म उपलब्ध है।कहीं से भी मैसेज किया जा सकता है।अध्यक्ष पर ऊंगली उठाकर चल जाना सही कदम नहीं है।उनको शायद यह दस्तावेज मिल गया होगा। यह दस्तावेज यह बात को प्रमाणित करता है कि पूर्व हुए फैसले को इंगित करता है।