गंगा-जमुनी तहजीब की पहचान है उर्दू : प्रो. शाहनवाज
• उर्दू भाषा आधारित प्रतियोगिता के आयोजन का लिया निर्णय
बरकाकाना (रामगढ़): । नयानगर में अंजुमन फरोग-ए-उर्दू की बैठक हुई। जिसमें जून के प्रथम सप्ताह में पतरातू प्रखंड स्तरीय उर्दू प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता वकील दिलदार हुसैन ने की। उन्होंने कहा कि उर्दू भारत की गंगा-जमुनी सभ्यता की पहचान है। इस भाषा की रक्षा से ही हमारी साझी सभ्यता की रक्षा होगी। अंजुमन फरोग-ए-उर्दू उत्तरी छोटानागपुर के प्रभारी प्रो. शाहनवाज खान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि केवल उर्दू को बढ़ावा देने के लिए सभी को लगातार व्यावहारिक कदम उठाने होंगे।
निर्णय लिया गया कि बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। उम्र के आधार पर बच्चों को 8 से 15 साल और 15 से 22 साल, दो समूहों में बांटा जाएगा। विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिताएं होंगी। पहली उर्दू ज्ञान प्रतियोगिता वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित होगी। दूसरी उर्दू सुलेख प्रतियोगिता होगी। तीसरी हिंदी से उर्दू अनुवाद प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता के बाद प्रमाण पत्र और पुरस्कार वितरित किए जाएंगे। इस संबंध में अगली बैठक पुनः 15 मई को शाम पांच बजे होगी।
बैठक में उपस्थित लोगों की एक तैयारी समिति का गठन किया गया जिसमें संयोजक मास्टर रियासत हुसैन और मौलाना गुलाम अहमद कासमी को प्रभारी बनाए गए।
बैठक में प्रो. शाहनवाज खान, एडवोकेट दिलदार हुसैन, मास्टर रियासत हुसैन, मौलाना गुलाम अहमद कासमी, मास्टर जाहिद, मुहम्मद आजाद, मुहम्मद हातिम, अख्तर अंसारी, तारिक हुसैन, नसीम अंसारी और ऐनुल हक मौजूद रहे।