भाकपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन
भ्रष्टाचार के आकंठ डूब चुकी है हेमंत सरकार
कहा –
• डीसी से लेकर सचीव स्तर तक के आईएएस,आईपीएस अधिकारियों की संपत्ति की जांच हो
• खनिज संपदाओं की लूट मची है
• टेंडर माइनेज के खेल में मंत्री से अधिकारी तक हो रहे हैं मालामाल
• सारे नियम कानून को अनदेखी कर चाहेतो की दिया जा रहा है टेंडर
रांची। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोगों को संबोधित करते हुए भारतीय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सह हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि झारखंड सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ में डूब चुकी है । जिसका जीता जागता नमूना पूजा सिंघल आईएएस के प्रकरण में दिखाई दे रहा है। सरकार के मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री की पत्नी एवं प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद सहित मुख्यमंत्री के भाई बसंत सोरेन पर स्टोन माइन्स लीज प्रकरण इसमें मुख्यमंत्री के पद के दुरुपयोग कर लीज लिया गया । आईएस अधिकारी पूजा सिंघल खान सचिव के पास कई सौ करोड़ की संपत्ति का उजागर होना, उनके सीए के पास करोड़ों की नगदी बरामद होना, साथ ही उनके रिश्तेदारों एवं सगे संबंधियों के पास कई बेनामी संपत्ति कि कागजात मिलना साबित करता है कि राज्य के उपायुक्त से लेकर सचिव एवं प्रधान सचिव स्तर तक के अधीकारी ,झारखंड की संपदा ओं की लूट मे लगे अधिकारियों ने करोड़ोंरुपए अवैध रूप से लूट कर जमा किए गए हैं ।
राज्य में एक साल के अंतराल गैरमजरूआ जमीन एवं जंगल की जमीन की लूट लगभग 100000 एकड़ हो चुकी है । राज्य में टेंडर मैनेज का खेल चल रहा है । जिसमें मंत्री से लेकर अधिकारियों तक का कमीशन बंधे हुए हैं, यही कारण है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनने वाले सड़क एवं मरम्मत के कार्य के प्राक्कलन में भी गड़बड़ी हुई ,और टेंडर मैनेज कर ,ठेकेदारों से मनमानी तरीके से रुपए वसूल कर अधिकारी एवं मंत्री लूटने में मशगूल हैं,। आज राज्य की सरकार पर लगातार अवैध रूप से मनचली के प्रकरण कि मामला उछल रहा है ,तो दूसरी तरफ जब से सरकार बनी है तब से खनिज संपदा ओं की लूट चरम पर है। प्रतिदिन हजारों गाड़ियां कोयला लादकर डेहरी एवं बनारस की मंडियों में भेजा जा रहा है। राज्य में खनिज संपदा ओं की लूट बड़े पैमाने पर हो रही है । सरकार की संरक्षण में राज्य की ऑफिसर बेलगाम हो चुके हैं। राज्य की बदतर हालात के जिम्मेवार राज्य सरकार अभी तक किसी भी बोर्ड एवं निगम का गठन नहीं कर पाई है। जिससे आम जनता की परेशानी बढ़ चुकी है ।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मांग करती है कि राज्य गठन से लेकर अब तक जिले से लेकर सचिवालय तक कार्य करने वाले भ्रष्ट ऑफिसर की संपत्ति की जांच हो। भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों कोई भी जांच हो और वैसे भ्रष्ट अधिकारियों पर भ्रष्टाचार की मामला दर्ज कर गिरफ्तार करें ,राज्य गठन से लेकर अब तक सबसे ज्यादा शासन करने वाली भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में भी लूट मची हुई थी भ्रष्टाचार एवं रूट पर भाजपा को बोलने की कोई अधिकार नहीं है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी भी राज्य की जनता एवं राज्य की खनिज संपदा ओं सहित जल जंगल जमीन सबको उन्होंने लूटा है, पूरे राज्य में जमीन की दाखिल खारिज के नाम पर आम जनता की गाढ़ी कमाई को भी लूटी जा रही है। दाखिल खारिज में प्रति डिसमिल ₹2000 से ₹5000 तक वसूल किए जा रहे हैं। राज्य की जनता बेहाल है। श्री मेहता ने राज्य की जनता से आवाहन करते हुए कहा कि राज्य गठन के बाद से सबसे भ्रष्ट सरकार साबित हो रही है। भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार के विरोध में राज्य की जनता सड़क पर आए और अपने हक और अधिकार की आवाज को बुलंद करें। प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ,सहायक राज्य सचिव महेंद्र पाठक, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य इंद्रमणि देवी चांद खान उपस्थित थे।