मदर्स डे पर घरों में कामकाजी महिलाओं को मासूम ग्रूप ने किया सन्मानित 

मेदिनीनगर: मासूम आर्ट ग्रुप ने रविवार को बांग्ला पुस्तकालय में मदर्स डे मनाया।इस अवसर पर घरों में काम करने वाली चार  महिलाओं को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन मासूम की वरीय रंगकर्मी मुनमुन चक्रवर्ती, समाजसेवी शर्मीला सुमि,उदघोषिका शालिनी श्रीवास्तव,बंगाली समिति की आभा मुखर्जी,मल्लिका मोइत्रा ने माता सरस्वती के चित्र पर पूजा कर किया।

मासूम के अध्यक्ष विनोद पांडेय ने कहा की घरों में काम करने वाली महिलाएं हर घर की जरूरत है।संघर्ष इनके जीवन का हिस्सा है।समाज इनका उपयोग तो करती है पर इन्हे उचित सन्मान नही मिल पाता जिनका ये हक़दार है। मासूम इस  मदर्स  डे के अवसर पर ऐसी चार  महिलाओं को सन्मानित कर रही है।वे अपने ऊपर आयी हर बिपत्तियों का सामना करते हुए अपने  जीविका के लिए घरों में काम कर अपनी बच्चियों को पढ़ाई में कोई कमी नहीं किये।ये ऐसी माताएं है जो हर दुःख को खुद सहा पर बच्चों पर आंच नहीं आने दिया।

इस अवसर पर मासूम के सह निर्देशक कामरूप सिन्हा ने बताया की शहर के घरों में काम करने वाली महिलाओं की संघर्ष की सच्ची कहानियों को शार्ट फिल्म के माध्यम से लोगों के सामने लाया जायेगा।इसके लिए योजना बनाई गयी है।स्क्रिप्ट पर काम शुरू कर दिया गया है।उन्होंने लोगों से अपील किया कि अगर  किन्हीं को लगता है की उनके जान पहचान की कोई घरों में काम करने वाली महिला  ऐसी संघर्ष कर अपने बच्चो को पढ़ाई है तो उस कहानी को मासूम के साथ साझा करें।ताकि उसपर फिल्म बनाया जा सके।सिकंदर कुमार ने माँ पर आधारित गीत प्रस्तुत किया।इस अवसर पर समाजसेवी प्रभात कुमार गुप्ता, बैंक पदाधिकारी देवेश मोइत्रा व कलाकारों ने मेदिनीनगर की नदी किनारे की रहने वाली सुखली देवी उर्फ़ रश्मि, बालूमाथ की रहने वाली मुन्नी देवी, बेलवाटिका की रहने वाली संजू कुंवर व चैनपुर की रहने वाली सविता देवी को सन्मानित किया।पहली बार सम्मान पाकर  घरों में काम करने वाली महिलाएं रो पड़ी।

कार्यक्रम का संचालन मासूम के सचिव सैकत चट्टोपाध्याय व धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष विनोद पांडेय ने किया।कार्यक्रम में  कलाकार अमर कुमार भांजा,उज्जवल सिन्हा,आकाश राज,आकर्ष प्रताप, गिरेन्द्र यादव, विवेक कुमार, राज प्रतीक पाल,काजल राज, कनकलता तिर्की, रुकसाना वारसी, गुलशन मिश्रा, अविनाश तिवारी, आदि शामिल थे।