मेदिनीनगर : पलामू सेंट्रल जेल में की छापेमारी की गई। इस दौरान पुलिस को कोई भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं गई। इस दौरान विशेषकर डॉन विकास तिवारी के सेल की तलाशी ली गयी।शनिवार को दंडाधिकारी की मौजूदगी में अचानक छापेमारी की गई। इस छापेमारी में शामिल टीम ने विकास तिवारी के सेल की तलाशी ली। लगभग एक घंटे तक चले इस छापेमारी में विकास तिवारी की सेल से किसी प्रकार की कोई आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई। छापेमारी टीम में एसडीपीओ सुरजीत कुमार, टाउन थाना प्रभारी अरुण कुमार महथा और दंडाधिकारी मौजूद थे। विकास तिवारी कोयलांचल के कुख्यात भोला पांडे गिरोह का सरगना है। वह सुशील श्रीवास्तव हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। पलामू सेंट्रल जेल में चार वर्षों से विकास तिवारी को रखा गया है। राज्य मुख्यालय से निर्देश के बाद पलामू सेंट्रल जेल में विकास तिवारी को लेकर छापेमारी की गई। ज्ञातव्य हो कि रामगढ़ में भोला पांडेय गिरोह से संबंंधित एक व्यक्ति पंचायत चुनाव लड़ रहा था। जिसके विरोध में किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया। इसी मामले को लेकर पलामू सेंट्रल जेल में छापेमारी की गई। इसके पूर्व करीब तीन वर्ष पहले पलामू सेंट्रल जेल में छापा मारकर विकास तिवारी के सेल की तलाशी ली गई थी। उस वक्त छापेमारी में विकास तिवारी के सेल से विदेशी कंपनी राडो की महंगी घड़ी, हिमालयन का पानी समेत कई ब्रांडेड और महंगी सामग्री बरामद की गयी थी।