आजसु के अलावा कोई राजनीतिक दल पंचायत चुनाव में नहीं दिख रही सक्रिय

रामगढ़ जिला में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव

• जिला के सभी प्रखंडों में आजसू प्लानिंग के साथ लड़ रही चुना

• सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी कर रहे हैं मॉनिटरिंग

रामगढ़झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव बिना किसी राजनीतिक दल के सिंबल के हो रही है। हालांकि राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को पंचायत चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। राजनीतिक दल अपने कार्यकर्ताओं को पार्टी के सिंबल के बिना चुनाव लड़ने के लिए तैयार कर लिए हैं। झारखंड के रामगढ़ जिला में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आजसू पार्टी काफी सक्रिय नजर आ रही है। वही दूसरे राजनीतिक दल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में काफी सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि गोला प्रखंड से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चचेरी बहन रेखा सोरेन के चुनाव लड़ने के कारण वहां से झामुमो कुछ सक्रिय नजर आ रही है।

लेकिन जिला के गोला, चितरपुर, दुल्मी, रामगढ़, मांडू एवं पतरातु प्रखंड में आजसू नेता कार्यकर्ता काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। पंचायत चुनाव को लेकर गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी रामगढ़ जिला में काफी सक्रिय हो गए हैं। जिला परिषद और मुखिया के प्रत्याशी को लेकर वे कई स्थानों पर मीटिंग भी कर चुके हैं। गोला प्रखंड में सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की उपस्थिति में जिला परिषद प्रत्याशी का चयन हुआ है। जिससे अंदाज लगाया जा सकता है कि इस त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और आजसू कितनी सक्रिय है। जिला के सभी प्रखंडों और पंचायतों में जिला परिषद और मुखिया के प्रत्याशी को लेकर आजसू ने काफी माथापच्ची किया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चंद्रप्रकाश चौधरी रामगढ़ जिला परिषद का अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अपना बनवाना चाह रहे हैं। ताकि उनकी जिला में फिर एक बार पकड़ पहले जैसी हो जाए। अभी तक के दृश्य में जो दिख रहा है। उसमें आजसू काफी सफल होता दिख रहा है। क्योंकि झामुमो, कांग्रेस,भाजपा और अन्य राजनीतिक दल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सक्रिय नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि यह राजनीतिक दल भी अपने समर्थकों को चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। लेकिन उनके बड़े नेता कहीं भी समर्थन करते नजर नहीं आ रहे हैं। बड़े नेता चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को सुविधा मुहैया भी कराते नहीं दिख रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ आजसू पार्टी अपने समर्थक प्रत्याशियों को सुविधा मुहैया कराती भी दिख रही है। आजसू के कई बड़े नेता इस पूरे चुनाव पर नजर रखे हुए हैं। जिसका लाभ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव परिणाम में नजर आएगा।