बिजली पानी के बिना हाहाकार मचा है और सरकार अपनों की सेवादारी में व्यस्त है
झामुमो और कांग्रेस सरकार की यही निशानी, जनता को न बिजली मिल रहा न पानी
रांची। राजधानी सहित पूरे झारखंड में बिजली और पानी का संकट गहराता जा रहा है। हर तरफ त्राहिमाम मचा हुआ है। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है और सरकार कान में तेल डाल कर सोई पड़ी है। इस भीषण गर्मी में रांची शहर में 8 से 10 घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है। पानी के लिए रोज मीडिया में खबरें आ रही है। हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है और यह सरकार खुद की जय जयकार में व्यस्त है। उक्त बातें सांसद श्री संजय सेठ ने एक बयान जारी करके कही।
सांसद श्री सेठ ने कहा कि जब से झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की सरकार आई है तब से राज्य में लगातार कानून व्यवस्था ध्वस्त है। विकास के कार्य ठप पड़े हैं। रोजगार का नामोनिशान नहीं है। महिलाएं सुरक्षित नहीं है। व्यवसायियों का भयादोहन हो रहा है। और अब जब गर्मी आई है तो पानी और बिजली के बिना भी जनता में हाहाकार मचा हुआ है। इस सरकार को जनता को जवाब देना चाहिए कि 27-28 महीने में आखिर इन्होंने राज्य को गर्त में क्यों भेजा?
श्री सेठ ने कहा कि पूर्व में जब रघुवर दास जी की सरकार थी तो सुदूरवर्ती गांव में भी 20 से 22 घंटे बिजली आपूर्ति होती थी। ट्रांसफार्मर एक से अधिकतम 2 दिन में बदल दिए जाते थे। आज की स्थिति यह है कि ट्रांसफार्मर बदलने में एक-एक दो-दो महीने लग रहे हैं. बिजली की आपूर्ति गांव से शहर तक ध्वस्त हो चुकी है। पानी तक नहीं मिल पा रहा है। प्रतिदिन अखबारों में समाचार माध्यमों में खबर आ रही है। बिजली और पानी की समस्या के समाधान के लिए सरकार ने इतने दिन में क्या किया? कितनी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि एक तरफ राज्य में हाहाकार मचा हुआ है। जनता को बिजली और पानी नहीं मिल पा रहा है और दूसरी तरफ सरकार अपने और अपने की सेवादारी में जुटी हुई है।
सांसद श्री सेठ ने कहा कि सरकार आ कर जनता के समक्ष बयान दें कि किन कारणों से बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। किन कारणों से बिजली काटी जा रही है और क्यों पानी समय पर नहीं मिल रहा है? याद रखिए यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में लोक ही तंत्र का मालिक होता है। समय आने पर जनता इसका जवाब सरकार को देगी।