रामगढ़, हजारीबाग, बोकारो, चतरा लातेहार,धनबाद सहित अन्य जिलों से चल रहा कोयले का अवैध खनन और कारोबार
रांची। झारखंड में बीते काफी समय से कोयला,बालू और पत्थर का अवैध खनन और कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। खासकर प्रदेश के कोयला उत्पादन करने वाले जिलों में कोयला का अवैध खनन और कारोबार जोरदार ढंग से चल रहा है। हालांकि वर्तमान समय राजनीतिक उथल-पुथल के कारण यह अवैध कारोबार कुछ धीमा पड़ा है। झारखंड के संथाल परगना के दुमका,जामताड़ा,साहिबगंज के अलावा रामगढ़,हजारीबाग,बोकारो, चतरा, लातेहार, धनबाद,गिरिडीह से कोयले का अवैध खनन और कारोबार धड़ल्ले से चला है। कई जिलों में अब भी कोयले का अवैध खनन और कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सरकार के लाख चाहने के बावजूद कोयले का अवैध खनन और कारोबार चल रहा है। हालांकि अवैध खनन के दौरान रामगढ़,बोकारो,धनबाद सहित कई जिलों में चाल धसने की घटनाएं भी घटी है। जिससे जानमाल का नुकसान भी हुआ है। कोयला के अवैध खनन और कारोबार से केंद्र और राज्य सरकार के राजस्व को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं अवैध खनन और कारोबार से सरकारी मशीनरी मालोमाल हुई है। झारखंड की राजधानी रांची से सटे रामगढ़, हजारीबाग,बोकारो,लातेहार और चतरा जिला से बड़े पैमाने पर कोयला का अवैध खनन और कारोबार का कार्य हुआ है और हो रहा है। ऐसा नहीं कि झारखंड की राजधानी में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों और सरकार में शामिल मंत्रियों को इस अवैध कारोबार की जानकारी नहीं है। इसके बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं होना,आश्चर्य का विषय बना हुआ है। राजधानी में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजभवन को रामगढ़ और हजारीबाग से कोयले के चल रहे अवैध खनन और कारोबार की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इन जिलों में अवैध कारोबार कराने वाले सरकारी मशीनरी और माफियाओं पर कार्रवाई की मांग की जाएगी। ज्ञातव्य हो कि झारखंड की राजधानी रांची से सटे रामगढ़ जिला से पिछले 2 वर्षों से अधिक समय से कोयला,बालू और पत्थर का अवैध खनन और कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। वही राज्य के अन्य जिलों से भी कोयला बालू और पत्थर के अवैध खनन और कारोबार की जानकारी राजभवन को उपलब्ध कराया जा रहा है। जल्द ही अवैध कारोबार करवाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग तेज होगी।