बाबूलाल मरांडी बुलाए गए दिल्ली, राजनैतिक हलचल तेज

झारखंड में गर्मी के साथ राजनीतिक पारा भी चरम पर

रांचीझारखंड में पिछले कई दिनों से मौसम काफी गर्म चल रहा है। उस गर्मी के बीच ही राजनीतिक पारा भी अपने मुकाम पर पहुंचा हुआ है। झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता का आलम दिखने लगा है। झारखंड राज् भवन फिर एक बार चर्चा का केंद्र बना हुआ है। पूरे प्रदेश में चर्चा है कि आने वाले दिनों में झारखंड में राजनीतिक उलटफेर की संभावना प्रबल होती दिख रही है। राज्य की राजधानी रांची में वरिष्ठ अधिकारी राज्य की राजनीतिक स्थिति को भाप रहे हैं। उन्हें भी लगने लगा है कि आने वाले दिनों में झारखंड में राजनीतिक उलटफेर हो सकती है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर कई आरोप लगते दिखने लगे हैं। राजभवन ने निर्वाचन विभाग से खान आवंटन के मामले में रिपोर्ट मांगा है।वहीं निर्वाचन विभाग भारत सरकार ने राज्य के मुख्यमंत्री से इस संबंध में रिपोर्ट मांगा है। वहीं झारखंड हाईकोर्ट ने भी दो विभागों को जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। जिससे कि झारखंड की वर्तमान सरकार कई मामलों में घिरते दिख रही है। वहीं दूसरी ओर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस 27 अप्रैल को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मिलने जा रहे हैं। जिससे स्पष्ट होने लगा है कि अब झारखंड में कोई राजनीतिक उथल-पुथल होने जा रही है। इसी बीच रविवार 24 मई को सूचना मिली की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को दिल्ली तलब किया है। इस बात ने झारखंड की राजनीतिक पारा को और ऊपर पहुंचा दिया है। वहीं राज्य की वर्तमान सरकार आने वाली राजनीतिक उथल-पुथल पर नजदीक से नजर बनाए हुए हैं। सत्तारूढ़ दल ने आने वाले दिनों में होने वाले परेशानियों को देखते हुए एक होने का प्रयास कर दिया है। आने वाले समय में झारखंड में राजनीतिक ऊंट किस तरफ बैठेगी। यह भविष्य के गर्त में है। लेकिन इतना तो तय है कि वर्तमान समय झारखंड का राजनीतिक पारा चरम पर पहुंचा हुआ है।