सबकुछ धरा रह जाएगा, जब यह धरा नहीं बचेगी : प्रवीण राजगढ़िया
भुरकुंडा (रामगढ़) : श्री अग्रसेन स्कूल में शुक्रवार को अर्थ डे के अवसर पर पेंटिंग प्रतियोगिता व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इसमें करीब दो सौ प्रतिभागी शामिल हुए। बच्चों ने अर्थ डे से संबंधित पेंटिंग, स्लोगन, पोस्टर, कविता के माध्यम से पृथ्वी के संरक्षण का संदेश दिया। पृथ्वी के नष्ट होने के कारण, उसके संरक्षण के उपायों पर चर्चा की गई। बच्चों व शिक्षकों ने धरती को नष्ट होने से बचाने का संकल्प दोहराया। अर्थ डे मनाने के इतिहास से भी बच्चों को अवगत कराया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक प्रवीण राजगढ़िया ने कहा कि सुख-सुविधाएं व संसाधन जुटाने के लिए मानवीय क्रियाकलापों के कारण आज पूरी दुनिया ग्लोबल वॉर्मिंग की शिकार हो रही है। यदि धरा ही नहीं रहेगी, तो सब धरा का धरा रह जायेगा। हालात से उबरने के लिए पर्यावरण संतुलन पर फोकस करना होगा। हम अपने प्रयासों को केवल रस्म अदायगी तक ही सीमित न रखें, बल्कि धरती की सुरक्षा के लिए अपने संकल्प को पूरा करने का हर मुमकिन प्रयास करें। वहीं प्राचार्य नीलकमल सिन्हा ने कहा कि आज धरती व प्रकृति पर अत्याचार काफी बढ़ गया है, जो पूरी दुनिया के लिए कहीं से भी अच्छा नहीं है। दोहन के कारण जलस्रोत समाप्त हो रहे हैं। पेड़-पौधों को काटे जाने से धरती बंजर बनती जा रही है। हवा जहरीली हो गयी है। उन्होंने कहा कि हमें यह बात अब पूरी गंभीरता से सोचनी होगी कि हम अपने आनेवाली पीढ़ी के लिए कैसी धरती छोड़ना चाहते हैं। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को पुरस्कृत किया गया।