Breaking News

” ढाई आखर प्रेम का” सांस्कृतिक जत्था का लोगों ने किया स्वागत

हजारीबागजत्थे के लोग शहीद बिरसा मुंडा के प्रतिमा को माल्यार्पण किया और उसके बाद भीमराव अंबेडकर के प्रतिमा के पास पहुंच कर वहां क्रांतिकारी गीत गाने के बाद एक सभा का आयोजन किया।जिसमें जत्थे का नेतृत्व करने वाले शैलेंद्र कुमार ने कहा की आजादी के 75 साल के मौके पर निकली।सांस्कृतिक यात्रा ” ढाई आखर प्रेम का” असल में स्वाधीनता संग्राम के गर्व से निकले स्वतंत्रता, समता, न्याय और बंधुत्व के उन मूल्यों के तलाश की कोशिश है जो आजकल नफरत, वर्चस्व और दंभ के कोलाहल में डूब सा गया है।जो हमारे घोषित संवैधानिक आदर्शों में झिलमिलाते हुए हर्फ के रूप में गांधी के प्रार्थना में और हमारे आशाओं मैं भी चमक रहा है. जिस का दामन पकड़ कर हमारे देश के किसान, मजदूर, नौजवान, महिलाएं गांधी की अहिंसा और शहीद ए आजम भगत सिंह के अदम्य साहस के रास्ते अपनी कुर्बानी देते हुए डटे हुे हैं.

यह यात्रा उन तमाम शहीदों, समाज सुधारको एवं भक्ति आंदोलन और सुफीवाद के पुरोधाओं को सादर स्मरण है. जिन्होंने भाषा, जाति, लिंग और धार्मिक पहचान से इतर मनुष्य की मुक्ति एवं लोगों से प्रेम को अपना एकमात्र आदर्श घोषित किया है. यात्रा के बहाने बापू के पास चले, भगत – अशफाक- बिस्मिल और अनेकानेक शहीदों के पास चलें, उस भारत में चले जो अंबेडकर के ख्वाब में पल रहा था, जो विवेकानंद और रविंद्र नाथ टैगोर के मानवतावादी आदर्शों में व्यक्त हो रहा था, ज्योतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले और पंडित रमाबाई जैसे लोग ज्ञान के सार्वभौम अधिकार के लिए लड़ रहे थे उनके पास चले. ईश्वर चंद्र विद्यासागर, राजा राममोहन सरीखे तर्क बुद्धि औरन विवेक शील विचारों के पास चले. यह रास्ता प्रेम का, ज्ञान का रास्ता है. यह यात्रा नफरत के बजाय प्रेम, दया, बंधुत्व, करुणा, समता से परिपूर्ण न्यायपूर्ण भारत को समर्पित है. जिसे हम और आप मिलकर बनाएंगे जो बनेगा जरूर. जत्थे का स्वागत बिरसा चौक पर गणेश कुमार सीटू, महेंद्र राम, प्रवीण मेहता, निजाम अंसारी, समीम खान, अखिलेश कुमार मेहता, अब्दुल मजीद सहित कई लोगों ने किया. यह जत्था छत्तीसगढ़ से 9 अप्रैल को निकला जो 13 अप्रैल को झारखंड के गढ़वा में प्रवेश कर पलामू, लातेहार, रांची, चांडिल, जमशेदपुर, घाटशिला, रामगढ़ होते हुए हजारीबाग पहुंचा. हजारीबाग के बाद यह जत्था कोरमा जाएगी गई. इस जत्थे में प्रेम प्रकाश, मृगेंद्र सिंह, कुश कुमार, रविशंकर, विकास कुमार पप्पू, संजीव कुमार, अमित कुमार, घनश्याम कुमार, मोहम्मद अरमान, शशि भूषण पांडे शामिल थे।